जग के स्वामी को श्री राम कहते है भजन लिरिक्स

जग के स्वामी को श्री राम कहते हैं भजन भगवान श्रीराम की दिव्यता, करुणा और पराक्रम का गुणगान करता है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि श्रीराम केवल अयोध्या के राजा ही नहीं, बल्कि संपूर्ण जगत के स्वामी हैं, जो अपने भक्तों की रक्षा और अधर्म के विनाश के लिए अवतरित हुए। यह भजन हमें राम नाम की महिमा और उनकी असीम कृपा का अनुभव कराता है।

Jag Ke Swami Ko Sri Ram Kahate Hai Bhajan Lyrics

जग के स्वामी को श्री राम कहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है।1।

जब दुनिया वाले तुम्हे ठुकराए,
तो बालाजी का ही नाम बचाए,
जो कोई अपना तो ठोकर लगाए,
बजरंगी बाबा ही पार लगाए,
सच्चे मन से जो इनका ध्यान करते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है।2।

दुनिया के सारे काम इनके है वश में,
बजरंग जो चाहे हो जाए वो क्षण में,
अष्ट सिद्धि नवनिधि के है दाता,
बल बुद्धि विद्या और भाग्य विधाता,
वेदों के सारे ये ज्ञान कहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है।3।

निर्धन को मेरे बाबा धनवान करते,
निर्बल को मेरे बाबा बलवान करते,
तन की पीड़ा सारे रोग मिटाते,
अटकी भवर में नैया पार लगाते,
इनके मन मंदिर में श्री राम रहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है।4।

जग के स्वामी को श्री राम कहते है,
संकट जो काटे उन्हें हनुमान कहते है।5।

श्रीराम का नाम स्वयं में एक दिव्य संजीवनी है, जो हर दुख और संकट को समाप्त करने की शक्ति रखता है। इनके भजन हमें सिखाता है कि जब हम सच्चे मन से राम नाम का जप करते हैं, तो हमारे जीवन में सकारात्मकता और ईश्वरीय आशीर्वाद का संचार होता है। उनकी भक्ति हमें धर्म, सत्य और कर्तव्य की राह पर चलने की प्रेरणा देती है, जिससे हमारा जीवन सफल और सार्थक बनता है।

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