हमपे कर दो मेहर की नजरिया बजरंगबली

हमपे कर दो मेहर की नजरिया बजरंगबली यह भजन हनुमान जी की कृपा और उनकी असीम दयालुता की प्रार्थना करता है। यह भजन भक्तों की उस गहरी आस्था और विश्वास को प्रकट करता है, जिसमें वे संकटमोचन हनुमान जी से अपने जीवन में सुख, शांति और सफलता की कामना करते हैं। जब जीवन में कठिनाइयाँ आती हैं, तो भक्त हनुमान जी की शरण में जाते हैं और उनसे अपनी कृपादृष्टि बनाए रखने की विनती करते हैं।

Hum Pe Kar Do Mehar Ki Nazariya Bajrangbali

हमपे कर दो मेहर की नजरिया,
बजरंगबली।
हम आए है तोहरी नगरिया,
बजरंगबली॥

जबसे है देखा तुम्हे जबसे है जाना,
जबसे है जाना तुम्हें जबसे है जाना।
तू ही है देव हमरा तुझे अपना माना,
ओ लेलो भक्तों की सुदबुध खबरिया।

बजरंगबली॥
हम पे करदो मेहर की नज़रिया,
बजरंगबली॥

संकट ने बाला हमें बहुत सताया,
अर्जी लगा तेरा भोग लगाया।
भोग लगाया तेरा भोग लगाया,
तेरा रख दिया सवा रुपैया।

बजरंगबली॥
हम पे करदो मेहर की नज़रिया,
बजरंगबली॥

पेशी लिखाई क्यों ना पेशी है आई,
पेशी ही आई क्यों ना पेशी ही आई।
संकट कटाना हमने कसम तेरी खाई,
मर जाएंगे तोहरी चोखटिया पे।

बजरंगबली॥
हम पे करदो मेहर की नज़रिया,
बजरंगबली॥

हमपे कर दो मेहर की नजरिया,
बजरंगबली॥
हम आए है तोहरी नगरिया,
बजरंगबली॥

Hum Pe Kar Do Mehar Ki Nazariya Bajrangbali भजन के माध्यम से भक्त हनुमान जी से उनकी कृपा, आशीर्वाद और मार्गदर्शन की प्रार्थना करते हैं। जब भी मन में डर या असमंजस हो, हनुमान जी का स्मरण करें, उनकी भजन सब कुछ हनुमान तुम्ही से है, ना कर्म से मिला ना अधिकार से मिला, मेरे हृदय में हर पल बिराजे झांकी सियाराम की का गान करें, और उनकी कृपा से जीवन के हर संकट से मुक्त हों। उनकी कृपा से कोई भी बाधा बड़ी नहीं होती, और जीवन में सफलता निश्चित होती है।

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