एक वानर ने लंका जलाई भजन लिरिक्स

एक वानर ने लंका जलाई भजन श्री हनुमान जी की अद्भुत शक्ति, पराक्रम और भक्ति का प्रमाण है। जब रावण ने माता सीता का हरण किया, तब हनुमान जी ने लंका पहुंचकर अपने धैर्य, चातुर्य और शक्ति से राक्षसों को उनके किए का दंड दिया। उनकी पूंछ में लगी आग ने पूरी लंका को जला दिया, जिससे रावण के अहंकार का विनाश शुरू हुआ। यह भजन हनुमान जी की अपराजेय शक्ति और श्रीराम के प्रति उनकी अखंड भक्ति को दर्शाता है।

Ek Banar Ne Lanka Jalayi Bhajan Lyrics

जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाई,
जलाई जलाई जलाई,
बजरंगी ने लंका जलाई

कूदे वो डाली डाली,
कर दी है बगिया खाली,
मार दिया है जम्बू माली,
चप्पे चप्पे में आग लगाईं,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाईं।1।

वो तो वीर है बांका लड़ाका,
सारी नगरी में किया धमाका,
किसी के सर को फोड़ा,
किसी की टांग है तोड़ा,
वो ऐसा घुसा मारे, दिखाता दिन में तारे,
मची है हाहाकारी, अकेला सब पर भारी,
उसने ऐसी है गदा चलाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाईं,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई।2।

लड़ने अक्षय कुमार भी आया,
मारी एक लात मार गिराया,
फिर मेघनाथ है आया,
जब नहीं जीत वो पाया,
है ब्रह्म का अस्त्र चलाया,
तो समझ राम की माया,
चले वो बंदी बनके,
काल बनके रावण के,
जब पूछ में आग लगाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाईं,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई।3।

‘राजपाल’ महाकाल आए,
अंजनी का लाल कहाये,
जो है श्री राम का प्यारा,
माता सीता का दुलारा,
बल देता देवे बुद्धि,
करता जो इनकी भक्ति,
‘लक्खा’ जयकार ,
बजरंग की महिमा गावे,
बांकी सूरत है मन में समाई,
समाई समाई समाई,
मेरे मन में है सूरत समाई,
घुमाई घुमाई घुमाई,
उसने ऐसी है पूछ घुमाई।4।

करता हूँ इनकी भक्ति,
मिलती है मुझको शक्ति,,
जब भी अटकी है नाव चलाई,
समाई समाई समाई,
मेरे मन में है सूरत समाई,
बजरंग की है सूरत समाई,
जलाई जलाई जलाई,
एक वानर ने लंका जलाई,
जलाई जलाई जलाई,
बजरंगी ने लंका जलाई।5।

इस भजन Ek Banar Ne Lanka Jalayi के माध्यम से हमें हनुमान जी की भक्ति, धैर्य और उनके अपार बल को नमन करना चाहिए। जब भी जीवन में कोई संकट आए, तो हनुमान जी का स्मरण करें, उनकी कृपा से हर बाधा दूर हो जाएगी। जय श्रीराम! जय बजरंगबली! 🚩🔥

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