बिगड़ी मेरी बना हनुमान मै शरण मे तेरी आ गया भजन लिरिक्स

बिगड़ी मेरी बना हनुमान, मैं शरण में तेरी आ गया भजन हनुमान जी के प्रति पूरी श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक है। यह भजन उन सभी भक्तों का आह्वान है जो अपनी समस्याओं से परेशान होते हैं और हनुमान जी के दर पर आकर मदद की उम्मीद रखते हैं। इसमें हमें यह संदेश मिलता है कि हनुमान जी के चरणों में शरण लेने से हमारी सारी मुश्किलें हल हो जाती हैं और हम जीवन में शांति पा सकते हैं।

Bigadi Meri Bana Hanuman Mai Sharan Mien Teri Aa Gaya

बिगड़ी, मेरी बनादे, बिगड़ी …
बिगड़ी मेरी बना हनुमान,
मैँ शरण मेँ तेरी आ गया।
तेरी सुनके महिमा अपार
मैँ शरण मेँ तेरी आ गया।
सुनके, महिमा तेरी, सुनके …
बिगड़ी मेरी बना …॥

लाया हूँ मैँ, दिल मेँ अपने,
लगा के लगन तेरे दर्शन की
आँखोँ मेँ आँसू हैँ,
भेँट मेरे पास ये ही है
तू करले स्वीकार ओ अंजनी के लाल,
मेरे नैनोँ की बुझादे प्यास
मैँ शरण मेँ तेरी आ गया॥1॥
सुनके तेरी महिमा …

तू जिसको बुलाये रे,
दर पे वो ही आये रे।

बाबा जिसे, दर पे बुलाये,
आये नंगे पांव वो दौङता
दुष्टोँ को मार भगाते हो,
भक्तोँ को पार लगाते हो
ऐसा है दीन दयाल ये पवन का लाल,
बाबा सुनलो ‘खेदड़’ की पुकार
मैँ शरण मेँ तेरी आ गया॥2॥
सुनके तेरी महिमा …
बिगड़ी मेरी बना…

बिगड़ी, मेरी बनादे, बिगड़ी …
बिगड़ी मेरी बना हनुमान,
मैँ शरण मेँ तेरी आ गया।
तेरी सुनके महिमा अपार
मैँ शरण मेँ तेरी आ गया।
सुनके, महिमा तेरी, सुनके …
बिगड़ी मेरी बना …॥

हनुमान जी का नाम ही हमारे जीवन के हर संकट को दूर करने वाला है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि जब भी हम जीवन में कठिनाइयों का सामना करते हैं, हनुमान जी की शरण में आकर हम न केवल अपनी समस्याओं का समाधान पा सकते हैं, बल्कि उनकी कृपा से हमारे जीवन में सुख-शांति और आशीर्वाद का संचार होता है। जय श्री हनुमान!

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