बालाजी तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ लिरिक्स

बालाजी तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ भजन भक्त की गहरी श्रद्धा और समर्पण का भाव प्रकट करता है। जब कोई भक्त हनुमान जी के चरणों में अपना मन समर्पित करता है, तो उसकी सारी चिंताएं दूर हो जाती हैं और वह आत्मिक शांति का अनुभव करता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि हनुमान जी के चरणों में सच्ची भक्ति और प्रेम अर्पित करने से वे प्रसन्न होते हैं और अपने भक्तों पर कृपा बरसाते हैं।

Balaji Tumhare Charanon Me Main Tumhen rijhane Aaya hun

बालाजी तुम्हारे चरणों में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ।।

प्रभु का चरणामृत लेने को,
है पास मेरे कोई पात्र नहीं
प्रभु का चरणामृत लेने को,
है पास मेरे कोई पात्र नहीं
आँखों के दोनों प्यालों से,
कुछ भीख मांगने आया हूँ
बाला जी तुम्हारे चरणो में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ।।

तुमसे लेकर क्या भेंट धरूँ,
बालाजी तुम्हारे चरणो में,
तुमसे लेकर क्या भेंट धरूँ
बालाजी तुम्हारे चरणो में,
मैं सेवक हूँ तुम दाता हो
संबंध बताने आया हूँ,
बाला जी तुम्हारे चरणो में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ।।

सेवा की कोई वस्तु नहीं,
फिर भी मेरा साहस देखो,
सेवा की कोई वस्तु नहीं
फिर भी मेरा साहस देखो,
रो रो कर आज आंसुओ का,
मैं हार चढाने आया हूँ
बाला जी तुम्हारे चरणो में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ।।

बालाजी तुम्हारे चरणों में,
मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ।।

हनुमान जी की भक्ति करने वाले भक्त कभी खाली नहीं लौटते, क्योंकि वे अपने आराध्य की असीम कृपा से भर जाते हैं। बालाजी तुम्हारे चरणों में मैं तुम्हे रिझाने आया हूँ भजन हमें यह संदेश देता है कि जब तक हम निस्वार्थ भाव से भगवान के चरणों में समर्पित रहते हैं, तब तक वे हमारी हर मनोकामना पूरी करते हैं। यह भजन भक्त और भगवान के बीच प्रेम के पवित्र बंधन को मजबूत करता है।

जब भी मन में अशांति हो या जीवन में कोई कठिनाई आए, इस भजन को गाकर हनुमान जी की भक्ति में लीन हो जाएं। उनकी कृपा से हर दुख दूर हो जाता है और मन को शांति व शक्ति मिलती है। उनकी भक्ति से हमें साहस, बल और धैर्य प्राप्त होता है, जिससे हम हर परिस्थिति का सामना कर सकते हैं। जय बालाजी महाराज! 🚩

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