बालाजी सरकार हमारे आकर के दुःख हरना लिरिक्स

बालाजी सरकार की महिमा अपार है, जो भी श्रद्धा से उनका स्मरण करता है, उसके सारे दुख दूर हो जाते हैं। बालाजी सरकार हमारे आकर के दुःख हरना” भजन भक्तों की भावनाओं को व्यक्त करता है और यह आस्था से भरपूर है। यह भजन हमें बालाजी के प्रति समर्पण और उनकी कृपा की अनुभूति कराता है, जिससे मन को शांति और आत्मा को सुकून मिलता है।

Balaji Sarkar Hamare Aakar Ke Dukh Harna Lyrics

बालाजी सरकार हमारे,
आकर के दुःख हरना,
भक्त खड़े है दर पे तेरे,
भक्त खड़े है दर पे तेरे,
उनको दर्श दिखाना,
बालाजी सरकार हमारें,
आकर के दुःख हरना।1।

दर से तेरे ओ बालाजी,
खाली कोई भक्त ना जाए,
मन मुरादें पा जाए वो,
नाम जो तेरा निशदिन गाए,
खोलो अब भंडार दया का,
द्वार पे तेरे संगत आई,
बालाजी सरकार हमारें,
आकर के दुःख हरना।2।

रामचंद्र के सेवक हो तुम,
और मैं तेरा दीवाना हूँ,
जीवन के एक एक पल में,
मैं तेरी पूजा करती हूँ,
‘हलचल’ मांगे दर्शन तेरा,
अब आ जाओ सेवक आते,
बालाजी सरकार हमारें,
आकर के दुःख हरना।3।

बालाजी सरकार हमारे,
आकर के दुःख हरना,
भक्त खड़े है दर पे तेरे,
भक्त खड़े है दर पे तेरे,
उनको दर्श दिखाना,
बालाजी सरकार हमारें,
आकर के दुःख हरना।4।

बालाजी महाराज की कृपा जिसके ऊपर होती है, उसके जीवन के सारे संकट समाप्त हो जाते हैं। उनकी भक्ति में शक्ति है, उनकी शरण में सुख-शांति है। यह भजन हमें याद दिलाता है कि सच्ची श्रद्धा और विश्वास से अगर बालाजी को पुकारा जाए, तो वे अपने भक्तों के हर कष्ट को हरने जरूर आते हैं।

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