बालाजी ने ध्याले तू भजन लिरिक्स

बालाजी ने ध्याले तू भजन भक्तों के मन में भक्ति और श्रद्धा की ज्योत जलाने वाला एक संगीतमय निवेदन है। यह भजन बालाजी हनुमान जी की महिमा का गुणगान करता है और भक्तों को उनकी शरण में जाने का संदेश देता है। इसमें भक्तगण अपने दुखों और तकलीफों को बालाजी के चरणों में समर्पित कर उनसे कृपा की याचना करते हैं।

Balaji Ne Dhyale Tu Bhajan Lyrics

मंगलवार शनिवार,
बालाजी ने ध्याले तू,
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर,
मन का चाया पाले तू।।

संकट मोचन संकट हारी,
सारी दुनिया बोले है,
बड़ा बड़ा राजा महाराजा,
आके दर पर डोले है,
राम राम से रीझे है यो,
राम राम बस गा ले तू,
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर,
मन का चाया पाले तू।।

तुरता फुर्ती काम पटावे,
भगत की पीड़ा काटे है,
शरण पड़या ने बालाजी,
कदे भी नहीं नाटे है,
जद बजरंगबली है सागे,
फिर क्यों चिंता पाले तू,
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर,
मन का चाया पाले तू।।

लाल लंगोटो हाथ में सोटो,
सेठ मोटो मोटो है,
भरया रवे भंडार ऐके,
कदे ना होवे टोटो है,
‘श्याम’ कहे है सांची महिमा,
बालाजी की गा ले तू,
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर,
मन का चाया पाले तू।।

मंगलवार शनिवार,
बालाजी ने ध्याले तू,
थोड़ो सो सिंदूर चढ़ाकर,
मन का चाया पाले तू।।

हनुमान जी की भक्ति में अपार शक्ति है, जो हर संकट को मिटाने की सामर्थ्य रखती है। यह भजन हमें अपने जीवन के हर मोड़ पर हनुमान जी की कृपा और सहारा लेने की प्रेरणा देता है। उनकी भक्ति से ही मन को शांति और आत्मा को बल मिलता है। जय बालाजी महाराज! 🚩

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