बालाजी को सुमिरन कर ले भजन लिरिक्स

बालाजी को सुमिरन कर ले भजन में भक्त बालाजी, यानी हनुमान जी के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त करते हैं। यह भजन हनुमान जी के दिव्य रूप और शक्ति की महिमा गाता है, जो अपने भक्तों की हर कठिनाई को दूर कर देते हैं।

Balaji Ki Sumiran Kar Le Bhajan Lyrics

बालाजी को सुमिरन कर ले,
तो काम थारो हो जासी,
भक्ति को जोर लगा ले रे,
वरना पाछे पछतासी,
बालाजी को सुमिरण कर ले,
तो काम थारो हो जासी।1।

तू तो मस्ती में खोयो रे,
तू तो जी भर के सोयो रे,
थारो काम नहीं होयो रे,
पक्को जोर तू नाही लगायो,
भक्ति को तू जोर लगा ले,
थोड़ी मजबूती तो ल्या रे,
नहीं तो यमड़ो जूता मारे,
वो तो पुछेलो के ल्यायो,
कर ले तू बाला से यारी,
थारी टल जासी रे फांसी,
थारी टल जासी रे फांसी,
बालाजी को सुमिरण कर ले,
तो काम थारो हो जासी।2।

के है बेटो के है नारी,
के कर लेसी रिश्तेदारी,
झूठी दुनियादारी सारी,
भाया कोई नहीं है थारो,
थारी कोठ्या महल अटारी,
रह जासी रे अठै ही सारी,
कर ले आगे की तैयारी,
तेने ले जासी बिणजारो,
बस नाम सहारो ही सांचो,
परलोक में काम वो आसी,
परलोक में काम वो आसी,
बालाजी को सुमिरण कर ले,
तो काम थारो हो जासी।3।

बालाजी को सुमिरन कर ले,
तो काम थारो हो जासी,
भक्ति को जोर लगा ले रे,
वरना पाछे पछतासी,
बालाजी को सुमिरण कर ले,
तो काम थारो हो जासी।4।

जब हम सच्चे मन से हनुमान जी का सुमिरन करते हैं, तो वह हमारी हर परेशानी का समाधान कर देते हैं और हमें सही दिशा दिखाते हैं। उनका आशीर्वाद हमारे साथ हमेशा बना रहे, यही हमारी कामना है। जय श्री राम! जय बजरंगबली!

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