बालाजी बल्ले बल्ले | Balaji Balle Balle

बालाजी महाराज की महिमा अपरंपार है। उनकी भक्ति में एक अलग ही आनंद और उल्लास समाया हुआ है। “बालाजी बल्ले बल्ले” भजन उनकी महिमा का गुणगान करता है और भक्तों के हृदय में भक्ति का जोश भर देता है। जब भी कोई श्रद्धा से उनका नाम लेता है, उसके जीवन की हर मुश्किल सरल हो जाती है। यह भजन सुनते ही तन-मन आनंद से भर उठता है और भक्तगण बालाजी की जय-जयकार करने लगते हैं।

Balaji Balle Balle

मैनु रखलो सेवादार बाला जी होजे बल्ले बल्ले,
रज रज के करा दीदार बाला जी होजे बल्ले बल्ले……

कई साला तो मैं अर्जी लगाई होई है,
हूँ गल तुहदि मर्जी ते आई होई है,
ना न करियो सरकार बाला जी होजे बल्ले बल्ले,
मैनु रखलो सेवादार बाला जी होजे बल्ले बल्ले……

सत आरतियां रोज मैं उतारा बाला जी,
सत मिर्चा मैं लाल सिरों वारा बाला जी,
रोज सत वरि करा शृंगार,
बाला जी हो जे बल्ले बल्ले,
मैनु रखलो सेवादार बाला जी होजे बल्ले बल्ले…….

तुहाडे भगता दियां साम्ब साम्ब रखा जोड़ियां,
धोवा उठके सवेरे मंदिरा दिया पौड़ियां,
तुहाडे प्यार वाली मिल जे पगार,बाला जी होजे बल्ले बल्ले,
मैनु रखलो सेवादार बाला जी होजे बल्ले बल्ले……

बालाजी के दरबार में जो आता है, उसकी झोली खुशियों से भर जाती है। उनकी कृपा अपार है और उनकी भक्ति में जो रम जाता है, उसे संसार की कोई चिंता नहीं रहती। अगर इस भजन से आपका मन भक्तिरस से भर गया है, तो “वो माँ अंजनी का लाला है” भी जरूर पढ़े, जिसमें हनुमान जी की दिव्यता और भक्तों के प्रति उनकी अपार कृपा का वर्णन किया गया है। ???? जय श्री बालाजी!

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