बालाजी मनै रस्ता दे दे | Bala Ji Manne Rasta De De

भक्ति का मार्ग आसान नहीं होता, लेकिन जब हनुमान जी कृपा करते हैं, तो हर बाधा स्वतः ही दूर हो जाती है। “बालाजी मनै रस्ता दे दे” भजन में एक भक्त की विनम्र प्रार्थना झलकती है, जो अपने जीवन के संघर्षों में बालाजी महाराज से सही दिशा और मार्गदर्शन की याचना कर रहा है। यह भजन हमें यह एहसास कराता है कि जब हम पूरी श्रद्धा से प्रभु को पुकारते हैं, तो वे स्वयं हमारा मार्ग प्रशस्त कर देते हैं।

Bala Ji Manne Rasta De De

हो के बुझेगा मन की बाबा मेरा रूस गया भगवान,
बालाजी मनै रस्ता दे दे तेरा गुण भूलू ना शान…….

इन भुतां ने हो मेरे बाबा मेरी करदी रे रे माटी,
बाबा हो मेरा कोए नहीं स मेरी दुख मे पाटः छाती,
कोई नहीं स मेरा हिमाती इब तुँ ही बचाले जान,
हो बाबा मन्नै रस्ता दे दे तेरा गुण भुलुं ना शान…….

कोई नहीं मेरा भाई चारा मैं आण पड़या सुं दर पे,
बाबा हो मेरी धीर बंधादे मेरे हाथ टेकदे सिर पे,
आण पड़या सुँ तेरे दर प यो नफरत करः जहान,
बालाजी मनै रस्ता दे दे तेरा गुण भूलू ना शान…….

दुनिया के मह डंका बाजे हो बाबा तेरे नाम का,
हो रामायण मैं लिख राखी से तू सच्चा सेवक राम का,
प्रेत राज और भैरों बाबा तेरे दूत वीर बलवान,
बालाजी मनै रस्ता दे दे तेरा गुण भूलू ना शान…….

राम किशन कह तेरे द्वार की मने लीला लागि प्यारी,
हो बाबा कृपा कर के कदे तू म्हारे आजा गाम सुनारी,
हो दिल मैं आशा भारी तुम कृपा करो भगवान,
बालाजी मनै रस्ता दे दे तेरा गुण भूलू ना शान…….

बालाजी महाराज के चरणों में समर्पण ही सच्ची राह दिखाने वाला प्रकाश है। जब वे कृपा करते हैं, तो हर रास्ता स्पष्ट हो जाता है और हर कठिनाई आसान लगने लगती है। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति से भर गया, तो अगला भजन “मंदिर सूना बिन ज्योति” का भी अवश्य भजन करे, जिसमें हनुमान जी की उपस्थिति के बिना मंदिर की नीरसता को व्यक्त किया गया है। ???? जय श्री बालाजी महाराज!

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