बजरंग म्हारो सालासर वालो भजन लिरिक्स

बजरंग म्हारो सालासर वालो भजन राजस्थान के प्रसिद्ध मंदिर सालासर धाम के प्रति श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक है। यह भजन हनुमान जी के प्रति अपार श्रद्धा व्यक्त करता है, जो सालासर में स्थित मंदिर के रूप में भक्तों के बीच विराजमान हैं। इस भजन में भक्त अपने दिल की गहराई से भगवान हनुमान की महिमा का गान करते हैं और उन्हें अपने जीवन में आशीर्वाद देने के लिए प्रार्थना करते हैं। यह भजन भक्तों में न केवल शक्ति और साहस का संचार करता है, बल्कि यह सालासर धाम के प्रति विशेष प्रेम और आस्था भी दर्शाता है।

Bajrang Mharo Salasar Walo

बजरंग म्हारो सालासर वालो,
राम का सेवक अंजनी को लालो,
ज्योत जगावा थारी आज
ज्योत जगावा थारी आज,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।

प्रेम से थारी ज्योत जगावा,
नारियल चूरमो भेंट चढ़ावा
थारी करा रे मैं तो मनुहार,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।

आज दरबार में धूम मची है,
नाच नाच गावा म्हारे मन में जची है
बाजे नगाड़ा करताल,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।

अंजनी के लाला थारी लीला निराली,
भगता री भरदे यो झोली खाली
करीयो बेड़ो पार,
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।

बजरंग म्हारो सालासर वालो,
राम का सेवक अंजनी को लालो
ज्योत जगावा थारी आज,
ज्योत जगावा थारी आज
ओ बाबा म्हारी अरज सुणो।।

बजरंग म्हारो सालासर वालो भजन में हनुमान जी के प्रति भक्तों की गहरी भक्ति को व्यक्त किया गया है। यह भजन न केवल हमें भगवान हनुमान के करीब लाता है, बल्कि सालासर धाम के प्रति हमारी श्रद्धा को भी और अधिक मजबूत करता है। हनुमान जी के भजनों में शक्ति, साहस, और समर्पण का एक अद्भुत संगम है, जो जीवन के सभी संकटों को दूर करने में सहायक होता है। इस भजन के माध्यम से, हम अपने जीवन में हनुमान जी की शक्ति और आशीर्वाद को महसूस कर सकते हैं, और उनके और भी भजनों से अपनी भक्ति को और अधिक पवित्र बना सकते हैं।

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