बजरंगबली तेरे चरणों में मैं शीश झुकाने आया हूँ लिरिक्स

बजरंगबली तेरे चरणों में मैं शीश झुकाने आया हूँ भजन भक्त की गहरी श्रद्धा और समर्पण को प्रकट करता है। इसमें भक्त हनुमान जी के चरणों में अपना शीश नवाकर उनकी कृपा पाने की प्रार्थना करता है। यह भजन हमें यह एहसास कराता है कि जब हम अपने अहंकार, भय और मोह को त्यागकर सच्चे मन से बजरंगबली की शरण में आते हैं, तो वे हमें अपनी कृपा से कृतार्थ कर देते हैं।

Bajarangbali Tere Chararo Me Mai Shish Jhukane Aaya Hu Lyrics

बजरंगबली तेरे चरणों में,
मैं शीश झुकाने आया हूँ,
सिंदूर लंगोटा हाथ लिए,
मैं तुमको मनाने आया हूं।1।

बस तेरी सूरत दिल में ही,
दिन रात बसी मेरे रहती है,
हर शाम सवेरे नाम जपु,
मेरी धड़कन यह कहती है,
ओ …..,
तेरे दर्शन की इच्छा है,
तेरे दरवाजे आया हूँ,
सिंदूर लंगोटा हाथ लिए,
मैं तुमको मनाने आया हूं,
बजरंगबली तेरे चरणो में।2।

बस मेरी एक गुजारिश है,
कभी दूर ना करना ख्वाइश है,
सेवा का अवसर मिलता रहे,
बस मेरी यही फरमाइश है,
ओ ……,
तेरी भक्ति का प्यासा हूं,
तेरी सेवा में आया हूं,
सिंदूर लंगोटा हाथ लिए,
मैं तुमको मनाने आया हूं,
बजरंगबली तेरे चरणो में।3।

बजरंगबली तेरे चरणों में,
मैं शीश झुकाने आया हूँ,
सिंदूर लंगोटा हाथ लिए,
मैं तुमको मनाने आया हूं।4।

“बजरंगबली तेरे चरणों में मैं शीश झुकाने आया हूँ” केवल एक भजन नहीं, बल्कि भक्त की आत्मा से निकली पुकार है। उनकी भक्ति हमें न केवल आध्यात्मिक बल प्रदान करती है, बल्कि हमारे जीवन को भी सही दिशा में अग्रसर करती है।

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