अरे ओ अंजनी के लाला, मुझे तेरा एक सहारा भजन में भगवान हनुमान के प्रति गहरी श्रद्धा और विश्वास को व्यक्त किया गया है। यह भजन उन भक्तों की भावनाओं का प्रतीक है जो संकट और कठिनाइयों में भगवान हनुमान से सहारा चाहते हैं। हनुमान जी की शक्ति, भक्ति और प्रेम का आशीर्वाद ही हमें हर मुश्किल में मार्गदर्शन और शक्ति प्रदान करता है। इस भजन के माध्यम से हम महसूस करते हैं कि हनुमान जी की कृपा से हम किसी भी परिस्थिति का सामना कर सकते हैं, और वह हमेशा हमारे साथ रहते हैं।
Are Vo Anjani Ke Lala Mujhe Tera Ek Sahara
अरे ओ अंजनी के लाला,
मुझे तेरा एक सहारा…
मुझे अपनी शरण में ले लो,
मैं बालक हूँ दुखियारा।।
माथे पर तिलक विशाला,
कानों में सुन्दर बाला…
थारे गले राम की माला,
ओ लाल लंगोटे वाला…
थारा रूप जगत से न्यारा,
लागे है सबने प्यारा…
अब अपनी शरण में ले लो,
मैं बालक हूँ दुखियारा,
अरे ओ अंजनी के लाला।।
प्रभु सालासर के माही,
थारा मन्दिर है अति भारी…
नित दूर दूर से आवे,
थारा दर्शन को नर नारी…
जो लाये घृत सिंदूरा,
पा जाये वो फल सारा…
अब अपनी शरण में ले लो,
मैं बालक हूँ दुखियारा,
अरे ओ अंजनी के लाला।।
सीता का हरण हुआ तो,
श्रीराम पे विपदा आई…
तुम जा पहुँचे गढ़ लंका,
माता की खबर लगाई…
सब बानर मिलकर बोले,
तेरे नाम का जय जयकारा…
अब अपनी शरण में ले लो,
मैं बालक हूँ दुखियारा…
ओ सुण अंजनी के लाला।।
जब शक्ति बाण लगा तो,
लक्ष्मण जी को मुर्छा आई…
बानर सेना घबराई,
रोये रामचन्द्र रघुराई…
तुम लाये संजीवन दीन्हा,
लक्ष्मण के प्राण उबारा…
अब अपनी शरण में ले लो,
मैं बालक हूँ दुखियारा,
अरे ओ अंजनी के लाला।।
बाबा तारे भक्त अनेकों,
चाहे नर था या नारी…
अब बोलो पवन कुमारा,
कब आयेगी मेरी बारी।
बाबा मै भी टाबर तेरा…
बस चाहू तेरा सहारा,
अब अपनी शरण में ले लो…
मैं बालक हूँ दुखियारा,
ओ सुण अंजनी के लाला।।
अरे ओ अंजनी के लाला,
मुझे तेरा एक सहारा…
मुझे अपनी शरण में ले लो,
मैं बालक हूँ दुखियारा।।
अरे ओ अंजनी के लाला, मुझे तेरा एक सहारा भजन में भगवान हनुमान के प्रति असीम भक्ति और श्रद्धा की अभिव्यक्ति है। हनुमान जी के भक्त कभी भी अकेले नहीं होते, क्योंकि वे हर मुश्किल समय में अपने भक्तों के साथ रहते हैं। हनुमान जी की महिमा उनके अन्य भजनों, जैसे राम के दास रस्ता दिखा दो या हनुमान जी हनुमान जी दया भक्तों पे कर दो में भी गहराई से महसूस की जा सकती है। ये भजन हमें यह सिखाते हैं कि भगवान हनुमान की भक्ति में शक्ति है, और वह हमारे जीवन को हर संकट से उबार सकते हैं। हनुमान जी की कृपा से हमारा हर कार्य सफलता की ओर अग्रसर होता है।

I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle. View Profile