अरे राम के सखा हनुमान जी मेरी विनती सुनो हनुमान जी

अरे राम के सखा हनुमान जी, मेरी विनती सुनो हनुमान जी भजन एक भक्त की भावनाओं को व्यक्त करता है, जिसमें वह हनुमान जी से अपने जीवन की परेशानियों और दुखों को हरने की प्रार्थना करता है। यह भजन हमें यह एहसास कराता है कि हनुमान जी केवल एक वीर योद्धा ही नहीं, बल्कि प्रभु श्रीराम के प्रिय सखा और भक्तों के संकटमोचक भी हैं।

Are Ram Ke Sakha Hanuman Ji Meri Vinati Suno Hanuman Ji

अरे राम के सखा हनुमान जी,
मेरी विनती सुनो हनुमान जी,
साथ दिया श्री राम प्रभु का,
अपना भी करो कल्याण जी,
मेरी विनती सुनो हनुमान जी,
अरें राम के सखा हनुमान जी,
मेरी विनती सुनो भगवान जी।1।

क्रोध मोह मद लोभ से बचाना,
सत्कर्मो पे हमको चलाना,
पाप हमारे पास ना आये,
ऐसा कोई करना काम जी,
मेरी विनती सुनो हनुमान जी,
अरें राम के सखा हनुमान जी,
मेरी विनती सुनो भगवान जी।2।

पाँच तत्व की लाज रहे जी,
इस जीवन में दुख न सहें जी,
सबको सुखी कर हनुमत प्यारे,
अपनी भी बात कोई मान जी,
मेरी विनती सुनो हनुमान जी,
अरें राम के सखा हनुमान जी,
मेरी विनती सुनो भगवान जी।3।

तेरे सहारे छोड़े जीवन की नइया,
डूब न जाये मेरी नाव ओ खेवैया,
पार लगा दो कष्ट मिटा दो,
चाहे अब कोई लेलो दाम जी,
मेरी विनती सुनो हनुमान जी,
अरें राम के सखा हनुमान जी,
मेरी विनती सुनो भगवान जी।4।

अरे राम के सखा हनुमान जी,
मेरी विनती सुनो हनुमान जी,
साथ दिया श्री राम प्रभु का,
अपना भी करो कल्याण जी,
मेरी विनती सुनो हनुमान जी,
अरें राम के सखा हनुमान जी,
मेरी विनती सुनो भगवान जी।5।

अरे राम के सखा हनुमान जी, मेरी विनती सुनो हनुमान जी केवल एक भजन नहीं, बल्कि भक्त की हृदय से निकली पुकार है। जब हम सच्चे मन से उन्हें पुकारते हैं, तो वे हर संकट का नाश कर हमें सुख, शांति और समृद्धि प्रदान करते हैं। हनुमान भजन “हनुमान चालीसा” हमें यह सिखाती है कि कोई भी विपत्ति हमें हरा नहीं सकती।

Share

Leave a comment