आओ बालाजी आओं बालाजी भजन लिरिक्स

आओ बालाजी आओं बालाजी भजन भक्तों की पुकार को दर्शाता है, जिसमें वे प्रेम और श्रद्धा से बालाजी महाराज को अपने जीवन में आमंत्रित कर रहे हैं। यह भजन भक्तों के अटूट विश्वास और भक्ति का प्रतीक है, जिससे यह संदेश मिलता है कि सच्चे मन से पुकारने पर भगवान अवश्य आते हैं।

Aao Balaji Aao Balaji

आओ बालाजी
आओं बालाजी,
दर्शन को प्यासे हैं नैना
दर्श दिखाओ जी,
आओं बालाजी आओं बालाजी।।

निशदिन गुणगान करूँ
तेरा ही ध्यान धरूँ,
गिरूं सौ बार मगर
नज़रों से ना तेरे गिरूं,
जीवन मेरा सफल बनाओ
झलक दिखाओ जी,
दर्शन को प्यासे हैं नैना
दर्श दिखाओ जी,
आओं बालाजी आओं बालाजी।।

सालासर तेरा है,
मेहंदीपुर तेरा है
जहाँ हर कण कण में,
तेरा ही बसेरा है
मेरे मन के मंदिर में भी,
धाम बनाओ जी
दर्शन को प्यासे हैं नैना,
दर्श दिखाओ जी,
आओं बालाजी आओं बालाजी।।

ज्ञान के सागर हो,
सियाराम के चाकर हो
हो किनारा तुम ही प्रभु,
तुम ही भव सागर हो,
‘राशि’ की अर्ज़ी स्वीकारो
लाज बचाओ जी,
दर्शन को प्यासे हैं नैना
दर्श दिखाओ जी,
आओं बालाजी आओं बालाजी।।

आओ बालाजी
आओं बालाजी,
दर्शन को प्यासे हैं नैना
दर्श दिखाओ जी,
आओं बालाजी आओं बालाजी।।

बालाजी महाराज की कृपा जिस पर होती है, उसके जीवन से सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। यह भजन हमें सिखाता है कि यदि हम सच्चे मन से उनकी भक्ति करें, तो वे हमारी हर परेशानी को हर लेंगे और हमें सही मार्ग दिखाएंगे। जब भक्त प्रेम और श्रद्धा से बालाजी महाराज को पुकारते हैं, तो वे स्वयं अपने भक्तों की सुध लेने आते हैं। हमें भी उनके चरणों में विश्वास और समर्पण बनाए रखना चाहिए, क्योंकि उनकी शरण में आने से हर संकट का समाधान मिल जाता है। जय श्री बालाजी महाराज!

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