हनुमान द्वादश नाम स्तोत्र भगवान हनुमान के बारह पवित्र नामों का संकलन है, जो भक्तों के लिए अति शुभ और फलदायी माना जाता है। यह Hanuman Dwadash Naam Stotram भक्तों के जीवन में साहस, शक्ति, और सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। हनुमान जी को हिंदू धर्म में असीम शक्ति, अद्वितीय भक्ति और अटल विश्वास का प्रतीक माना गया है।
इस स्तोत्रम् को न केवल धार्मिक अनुष्ठानों में पढ़ा जाता है, बल्कि यह साधारण जीवन में भी आत्मबल बढ़ाने का एक साधन बन सकता है। इसे श्रद्धा और विश्वास के साथ सुनने या पढ़ने से हर प्रकार की नकारात्मकता दूर होती है और व्यक्ति के जीवन में एक नई ऊर्जा का संचार होता है। जो व्यक्ति इसे नित्य श्रद्धा के साथ पढ़ता है, उसे हनुमान जी की असीम कृपा प्राप्त होती है। उनके बारह नामों का स्मरण, जीवन को सफलता, समृद्धि और शांति से भर देता है।
Hanuman Dwadash Naam Stotram
!! श्री हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र !!
हनुमानञ्जनी सूनुर्वायुपुत्रो महाबल: … !
रामेष्ट: फाल्गुनसख: पिङ्गाक्षोऽमितविक्रम: !!
उदधिक्रमणश्चैव सीताशोकविनाशन: …!
लक्ष्मणप्राणदाता च दशग्रीवस्य दर्पहा !!
एवं द्वादश नामानि कपीन्द्रस्य महात्मन: … !
स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: पठेत् !!
तस्य सर्वभयं नास्ति रणे च विजयी भवेत् … !
राजद्वारे गह्वरे च भयं नास्ति कदाचन !!
इस स्तोत्र के अलावां भी आप भगवान हनुमान के अन्य लोकप्रिय पाठों hanuman vadvanal stotra, hanuman ashtak paath, Shree Hanuman Chalisa, एवं हनुमना पूजा मंत्र को कर सकते हैं। जो आपके लिए फलदायी हो सकता है। हमारे हिन्दू धर्म में ऐसी मान्यता है की जो भी व्यक्ति इन लोकप्रिय पाठों का जाप करता है उनपर भगवान की कृपा सदैव बनी रहती है और हनुमान जी भक्तों के ऊपर आने वाली सभी संकटों से उनकी रक्षा करते हैं।
हनुमान द्वादश नाम स्तोत्र करने की विधि
- पवित्रता का ध्यान – आप इस स्तोत्र का पाठ करने के लिए पवित्रता का पूरा ध्यान रखेंगे, जिसमे की स्नान करना ,साफ वस्त्र पहनना इत्यादि।
- पूजा स्थान का चयन : वैसे तो हनुमान द्वादश नाम का जाप आप सोकर उठने के बाद अपने बिस्तर पर ही बैठकर कर सकते हैं, लेकिन आप चाहे तो पूजा स्थान पर बैठकर इसका स्तुति कर सकते हैं।
- ध्यान : बजरंग हनुमान द्वादश नाम स्तोत्र का स्तुति करने से पहले आप ध्यान करे क्युकि ध्यान करने से आपका मन भटकेगा नहीं स्थिर हो जायेगा और आप हनुमान जी की भक्ति में लीन हो जायेंगे।
- शुद्ध उच्चारण : श्री बजरंग द्वादश नाम स्तोत्र का जाप शुद्ध उच्चारण में करेंगे तो आप को जल्दी और अधिक लाभ मिलेगा।
- सच्ची श्रद्धा : याद रहे बजरंग बलि द्वादश नाम स्तोत्र का जाप पूरी श्रद्धा और विश्वास से करने पर हनुमान जी कृपा सदा आप बनी रहेगी।
भक्तों को होने वाले कुछ लाभ निम्नलिखित है
- इच्छापूर्ति : इस स्तोत्र का स्तुति सच्चे मन से करने पर आप श्री हनुमान जी से जो भी वरदान मांगे रहते है उसकी जल्द ही पूर्ति होती है।
- स्वास्थ्य : श्री हनुमान जी के बारहों नाम का जाप करने से आप का शारीरिक, आर्थिक और मानसिक स्वास्थ्य बना रहता है ,और खराब स्वास्थ्य में सुधर होता है।
- जीवन में प्रगति : इस द्वादश नाम का जाप करने से आप के जीवन में प्रगति होती रहती है।
- ग्रह दोष का नाश : अंजनी पुत्र श्री हनुमान जी के बारह नामों का स्तुति करने से आप के जीवन में आने वाले बाधाओं जैसे की -ग्रह, दोष का नाश होता है।
FAQ
द्वादश स्तोत्र को किसी विशेष अवस्था में करना चाहिए?
बजरंग द्वादश नाम स्तोत्र की स्तुति आप सुबह में उठने के तुरंत बाद बिस्तर पर ही बैठकर करे या रात में सोते समय, लेकिन समय न होने पर मंगलवार और शनिवार तथा हनुमान जी के जन्मोत्सव पर स्तुति करना चाहिए।
स्तोत्र का पाठ कितनी बार करना चाहिए?
आप इस द्वादश नाम की स्तुति बारह नामों में से प्रत्येक नाम को ग्यारह -ग्यारह बार जाप करना चाहिए।
हनुमान जी के बारह नाम कौन -कौन से हैं ?
हनुमानजी के 12 नाम: 1- हनुमान 2 – अंजनिपुत्र 3 – वायुपुत्र 4 – महाबल 5 – रामेष्ट 6 – फाल्गुनसखा 7 – पिंगाक्ष 8 – अमितविक्रम 9 – उदधिक्रमण 10 – सीताशोकविनाशन 11 – लक्ष्मणप्राणदाता 12 – दशग्रीवस्य दर्पहा
हनुमान जी के कितने नाम प्रचलित है ?
हनुमान जी के 108 नाम प्रचलित है।
I am Shri Nath Pandey and I am a priest in a temple, which is located in Varanasi. I have been spending my life worshiping for the last 6 years. I have dedicated my soul completely to the service of God. Our website is a source related to Aarti, Stotra, Chalisa, Mantra, Festivals, Vrat, Rituals, and Sanatan Lifestyle.