यहाँ हालचाल जानन को कोई आएगा ना तेरा

इस संसार में हर व्यक्ति अपने स्वार्थ में लिप्त है, और अंततः जब समय बीत जाता है, तो कोई भी साथ नहीं रहता। यहाँ हालचाल जानन को कोई आएगा ना तेरा भजन हमें इस सच्चाई का बोध कराता है कि जीवन क्षणभंगुर है और एकमात्र शाश्वत संबंध गुरुदेव और प्रभु से ही होता है। यह भजन हमें आत्ममंथन करने और सही मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है।

Yahan Halchal Janan Ko Koi Aayega Na Tera

यहाँ हालचाल जानन को कोई,
आएगा ना तेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
यहाँ धोखा और छल कपट का,
चारो और लगा है मेला,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा।।

यहाँ तेरा अपना कोई नही है,
न कोई सँगी साथी,
यहाँ दौलत का सब खेल रचा है,
जो ना सँग है जाती,
जो ना सँग है जाती,
जग जा बन्दे फिर पछिताए,
बीत जाएगी बैरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा।।

मन मँदिर मे ज्योति जलाके,
हरि नाम गुण गाले,
भव सागर से तर जाए,
गुरू चरणो मे ध्यान लगाले,
गुरू चरणो मे ध्यान लगाले,
छूट जाएगा पल मे तेरा,
आवागमन का फैरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा।।

आजा शरण गुरू की मनवा,
चरणो की रज़ पाले,
अपने सूने घर को गुरू से,
रोशन तू करवाले,
रोशन तू करवाले,
गुरूद्वार पर आकर मनवा,
आज जमाले डेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा।।

यहाँ हालचाल जानन को कोई,
आएगा ना तेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
यहाँ धोखा और छल कपट का,
चारो और लगा है मेला,
तू छोड़ दे मेरा मेरा,
तू छोड़ दे मेरा मेरा।।

गुरुदेव ही वह मार्गदर्शक हैं जो हमें संसार के मोह से परे ले जाकर सच्चे आनंद और मुक्ति का अनुभव कराते हैं। उनकी शरण में जाने से ही जीवन का वास्तविक उद्देश्य समझ आता है। इस अनमोल ज्ञान को और विस्तार से जानने के लिए “चार दिन का डेरा प्राणी जग में हमारा”, “तेरी महिमा को न जानूँ मैं गुरुदेव”, “रोज रोज करता है मन तू बहाने”, और “बँदगी दुख तमाम हरती है” भजन भी पढ़ें और आत्मज्ञान प्राप्त करें।









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