तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं माता मेरी लाज रख ले भजन लिरिक्स

जब जीवन में कठिनाइयाँ आ जाती हैं और हर ओर अंधकार छा जाता है, तब भक्त माँ के चरणों में सिर झुकाकर उनसे रक्षा की गुहार लगाता है। “तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं, माता मेरी लाज रख ले” भजन उसी अटूट श्रद्धा और समर्पण को प्रकट करता है, जहाँ भक्त माँ भवानी से अपनी मर्यादा और सम्मान की रक्षा करने की प्रार्थना करता है। माँ अपने भक्तों की पुकार अवश्य सुनती हैं और उनकी हर कठिनाई का समाधान करती हैं।

Tere Charno Me Shish Main Jhukau Mata Meri Laj Rakh Le

तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं,
तेरे ही गुण गाऊं,
ओ माता मेरी लाज रख ले,
लाज रख ले,
और किसके द्वारे पे मैं जाऊं,
मैया जी मेरी लाज रख ले ओ माँ।।

मिलता नहीं जो कहीं,
सारे संसार में,
मिलता है वो तेरे,
सच्चे दरबार में,
तेरे भरे हैं भंडारे शेरोवाली,
तू जग से निराली,
है पूजे संसार तुझको,
संसार तुझको मैया,
ऊंचे ओ पहाड़ों वाली
है पूजे संसार तुझको मेरी माँ।।

तेरी ज्योत का है,
उजियारा कण कण में,
तू ही करे दूर अंधियारा,
एक क्षण में,
बुझे दिलों को तू,
रोशन करे है,
जो दुखों से भरे है,
माँ उनको तू देती है खुशी,
देती है खुशी जोतवालिये,
तू झोलियां भरे है मेरी माँ।।

आया लेके आस मैया,
मैं भी तेरे द्वार पे,
बालक नादान पे तू,
कर उपकार दे,
मुख बालकों से,
कभी ना माँ मोड़े,
ना वादा कभी तोड़े,
माँ करती है प्यार सबको,
प्यार सबक कभी बीच,
मझधार में ना छोड़े,
माँ करती है प्यार सबको मेरी माँ।।

करूँ मैं आराधना,
सवेरे शाम तेरी माँ,
हो के तू दयाल,
बेड़ी पार कर मेरी माँ,
तेरे द्वार से,
जाऊंगा ना मैं खाली,
ओ मेहरोवाली,
माँ सुन ले तू मेरी विनती,
मेरी विनती खड़ा दर पर,
है लख्खा ये सवाली,
माँ सुन ले तू मेरी विनती ओ माँ।।

तेरे चरणों में शीश मैं झुकाऊं,
तेरे ही गुण गाऊं,
ओ माता मेरी लाज रख ले,
लाज रख ले,
और किसके द्वारे पे मैं जाऊं,
मैया जी मेरी लाज रख ले ओ माँ।।

स्वर – लखबीर सिंह लख्खा जी।

माँ भवानी के चरणों में समर्पित हर भक्त उनकी कृपा से सुरक्षित रहता है। माँ अपने भक्तों की लाज रखती हैं और उन्हें हर संकट से उबारती हैं। यदि यह भजन आपकी भक्ति को और गहरा कर दे, तो ये तुम्हारी है कृपा माँ, तेरा दर्शन हो रहा जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी श्रद्धा को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ भवानी की कृपा हम सब पर बनी रहे! जय माता दी! 🙏

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