गुरुदेव की कृपा जब भक्त के जीवन में बरसती है, तो सारे कष्ट दूर हो जाते हैं, और आत्मा एक नई ऊर्जा से भर जाती है। “मेरे गुरुदेव की मुझ पर कृपा एक बार हो जाये” भजन इसी दिव्य अनुग्रह की प्रार्थना है। जब हम सच्चे मन से गुरु का ध्यान करते हैं, तो उनकी करुणा हमें हर कठिनाई से निकालकर आध्यात्मिक शांति प्रदान करती है। इस भजन में भक्त की गहरी श्रद्धा और गुरुदेव की कृपा के लिए उसकी तड़प स्पष्ट रूप से झलकती है।
Mere Gurudev Ki Mujh par Kripa Ak Barr Ho jaye
मेरे गुरुदेव की मुझ पर,
कृपा एक बार हो जाये,
लगा लूँ रज में चरणों की,
मेरा उद्धार हो जाये।।
मेरे हो तुम गुरुदेवा,
लगाकर मन करूँ सेवा,
जगा दो ज्ञान की ज्योति,
चमन गुलज़ार हो जाए,
मेरें गुरुदेव की मुझ पर,
कृपा एक बार हो जाये।।
दया के आप हो सागर,
मेरी भरदो प्रभु गागर,
बहा दो प्रेम की गँगा,
बेड़ा पार हो जाये,
मेरें गुरुदेव की मुझ पर,
कृपा एक बार हो जाये।।
फँसे है मोह माया में,
बिठा लो चरण छाया में,
शरण तेरी जो आ जाए,
कमल गुलज़ार हो जाए,
मेरें गुरुदेव की मुझ पर,
कृपा एक बार हो जाये।।
मेरे गुरुदेव की मुझ पर,
कृपा एक बार हो जाये,
लगा लूँ रज में चरणों की,
मेरा उद्धार हो जाये।।
गुरुदेव की महिमा अपरंपार है, और उनकी कृपा जिस पर भी होती है, वह भवसागर से पार हो जाता है। इस भजन को गाकर हम गुरुदेव से अपने जीवन में उजाला भरने की प्रार्थना कर सकते हैं। यदि आप और भी भजनों के माध्यम से गुरु की महिमा का अनुभव करना चाहते हैं, तो “गुरु चरण कमल बलिहारी रे”, “सतगुरु से डोर अपनी क्यूँ ना बावरे लगाए”, “तेरे एहसान का बदला चुकाया जा नहीं सकता”, और “गुरुदेव मेरी नैया उस पार लगा देना” जैसे भजनों को भी पढ़ें और भक्ति के मार्ग पर आगे बढ़ें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩