गुरु का जन्मदिन केवल एक तिथि नहीं, बल्कि भक्ति और उत्सव का पावन अवसर होता है। यह वह शुभ दिन होता है जब भक्त अपने गुरु के प्रति कृतज्ञता प्रकट करता है और उनके आशीर्वाद से अपने जीवन को धन्य मानता है। “मेरे गुरु का जन्मदिन आया” भजन इसी आनंद और श्रद्धा का प्रतीक है, जो गुरु भक्ति को और भी गहरा कर देता है। आइए, इस भक्तिमय भजन के साथ हम अपने गुरु देव जी के जन्मोत्सव का हृदय से स्वागत करें।
Mere Guru Ka Janmdin Aaya Bhajan Lyrics
मेरे गुरु का जन्मदिन आया,
हो आया संग में खुशियां लाया,
के मैं तो नच नच धूम मचाऊँ,
चरणों में शीश झुकाऊं,
मेरे गुरु का जनमदिन आया।।
झूमेंगे नाचेंगे आज हम तो,
धूम मचाएंगे,
गुरु के जन्मदिन को हम,
आज मनाएंगे,
केक भी काटेंगे और,
फूल भी चढ़ाएंगे,
मीठे मीठे हलवे का,
भोग भी लगाएंगे,
गुरु जी को भोग लगाया,
लगाया लगाया,
मेरे गुरु का जनमदिन आया।।
ऐसी घड़ी ऐसा पल बार-बार,
नहीं आएगा,
गुरु जी के भजनों को ‘आनंद’,
आज गाएगा,
साथ में नाचूंगा और,
साथ में नचाऊँगा,
गुरु के जन्मदिन को,
खुशी से मनाऊंगा,
सज धज कर हूं मैं आया,
हां आया मैं आया,
मेरे गुरु का जनमदिन आया।।
मेरे गुरु का जन्मदिन आया,
हो आया संग में खुशियां लाया,
के मैं तो नच नच धूम मचाऊँ,
चरणों में शीश झुकाऊं,
मेरे गुरु का जनमदिन आया।।
गुरु का जन्मदिन भक्तों के लिए आत्मिक उल्लास और आध्यात्मिक उत्थान का दिन होता है। “मेरे गुरु का जन्मदिन आया” भजन गुरु महिमा का गुणगान करता है और हमें उनकी कृपा का स्मरण कराता है। ऐसे ही अन्य भक्तिमय भजनों जैसे “गुरु चरणों की महिमा”, “गुरु कृपा से जीवन सफल”, “गुरु बिना जीवन अधूरा”, और “गुरु वाणी का प्रकाश” को पढ़ें और गुरु भक्ति के इस पर्व को और अधिक पावन बनाएं।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म