जब भक्त अपने गुरु के समक्ष पूर्ण समर्पण के साथ प्रार्थना करता है, तो उसकी हर पुकार गुरुदेव तक अवश्य पहुँचती है। “मेरे बाबा जी हूण ता करो तुसी भलिया” भजन में यही भावना व्यक्त की गई है कि अब तो गुरुदेव अपनी कृपा बरसाएँ और भक्त के जीवन को आशीर्वाद से भर दें। यह भजन श्रद्धा और विनम्रता का अनुपम उदाहरण है।
Mere Baba Ji Hun Ta Karo Tusi Bhuliya Bhajan Lyrics
मेरे बाबा जी हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया गुरूजी,
हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया।।
तू दाता ते मैं हाँ पुजारी,
करम कमा दे आज इक बारी,
कदो दी मैं दर तेरे खलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया।।
जित चरणा विच तेरे लाया,
चित कर कर मन भर आया,
प्रेम तेरे विच झलियाँ,
हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया।।
बच्चेया नु माँ वा कदे ना विसारिया,
दासा नु गुरुवा ने सदा ही दातारिया,
तेरे संग विच रलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया।।
मैं तो किसी दा कुछ न विगाड़िया,
फिर भी लोकां मेनू धुत्कारिया,
ताने मैने आच सुख चलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया।।
कमल कपिल पूरी तेरियां निशानिया,
ऐ ना दी राही बाबा करीं मेहरबानियां,
तेरी यादा दलि जा मलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया।।
मेरे बाबा जी हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया गुरूजी,
हूण ता करो तुसी भलिया,
हूण ता करो तुसी भलिया।।
गुरुदेव की कृपा से ही जीवन का अंधकार दूर होता है और सच्चा प्रकाश प्राप्त होता है। यदि यह भजन आपको भक्ति-भाव से भर गया, तो “गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना”, “तेरी महिमा को न जानूँ मैं गुरुदेव”, “बार बार अरदास करूँ मैं सतगुरु जी सरकार”, और “गुरुदेव तेरी दुनिया से कैसे मैं प्यार करूँ” भी अवश्य पढ़ें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। जय सनातन धर्म