गंगा मैया की महिमा अनंत है, उनकी कृपा से ही जीवन पवित्र और धन्य बनता है। मैया ओ गंगा मैया पूर्णिमा दीदी भजन हमें उनकी भक्ति में डुबोने और आत्मा को शुद्ध करने का अवसर देता है। यह भजन न केवल मां गंगा की महिमा का गुणगान करता है, बल्कि भक्तों को उनके आशीर्वाद की अनुभूति भी कराता है।
Maiya O Ganga Maiya Purnima Didi Bhajan lyrics
मैया ओ गंगा मैया,
मैया ओ गंगा मैया,
ओ गंगा मैया में जब तक,
ये पानी रहे,
मेरे बाबा तेरी जिंदगानी रहे,
जिंदगानी रहे,
मैया ओ गंगा मईया,
मैया ओ गंगा मैया।।
दिन दुखियो के दिल का सहारा,
देखा तुझमे खुदा का नज़ारा,
तू दयालु बड़ा तू कृपालु बड़ा,
तेरा नाम ही मेरी ही जुबानी रहे,
जिंदगानी रहे,
मैया ओ गंगा मईया,
मैया ओ गंगा मैया।।
जब से तेरा है दीदार पाया,
नहीं नैनों में कोई समाया,
है भले या बुरे पर है बालक तेरे,
बस तेरी और मेरी ये कहानी रहे,
जिंदगानी रहे,
मैया ओ गंगा मईया,
मैया ओ गंगा मैया।।
छोड़ हमको कही तुम ना जाना,
अपने बच्चो का दिल ना दुखाना,
रूठ जाना ना तुम,
तुमको मेरी कसम,
तेरे चरणों में ये जिंदगानी रहे,
जिंदगानी रहे,
मैया ओ गंगा मईया,
मैया ओ गंगा मैया।।
मैया ओ गंगा मैया,
मैया ओ गंगा मैया,
ओ गंगा मैया में जब तक,
ये पानी रहे,
मेरे बाबा तेरी जिंदगानी रहे,
जिंदगानी रहे,
मैया ओ गंगा मईया,
मैया ओ गंगा मैया।।
गंगा मैया के चरणों में सच्ची श्रद्धा और भक्ति से की गई अर्चना कभी निष्फल नहीं जाती। इस भजन का स्मरण हमें आत्मिक शांति और ईश्वरीय आशीर्वाद देता है। गंगा मैया की महिमा का आनंद उठाने के लिए “गंगा जी की आरती”, “हर हर गंगे भजन”, और “गंगा मैया तेरी जय जयकार” भी जरूर पढ़ें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩