माँ दुर्गा का लाल चोला और सिंह पर उनकी भव्य सवारी भक्तों के हृदय में अपार श्रद्धा और भक्ति का संचार करती है। “लाल लाल चोला, सिंह सवारी, तुझको माँ पूजे दुनिया सारी” भजन माँ की महिमा और उनकी सर्वव्यापी भक्ति को दर्शाता है। जब भक्त माँ की आराधना करता है, तो वह उनकी कृपा से जीवन के हर संकट को पार कर लेता है। माँ के तेज, शौर्य और करुणा का यह भजन एक दिव्य अनुभव कराता है।
Lal Lal Chola Singh Sawari Tujhko Maa Puje Duniya Sari
दोहा –
तू तो माँ दानी,
अम्बे भवानी,
सच्चा तेरा दरबार है,
तीनो लोक माँ तुझको पूजे,
महिमा अपरम्पार है।
लाल लाल चोला सिंह सवारी,
तुझको माँ पूजे दुनिया सारी,
आओ मैया के दर,
मैया रहती जिधर,
माँ के दरबार आके,
तू सर को झुका,
लाल लाल चोला सिह सवारी।।
ऊँचे निचे पर्वत मैया,
पैदल चल दरबार है आए,
भूल गए हम पाँव के छाले,
ज्यूँ ही नज़र दरबार माँ आए,
माँ सुनते है तू खुश होकर,
झोलियाँ भरती सबकी खाली,
आओ मैया के दर,
मैया रहती जिधर,
माँ के दरबार आके,
तू सर को झुका,
लाल लाल चोला सिह सवारी।।
नैनो में है मिलन की आशा,
मन में माँ विश्वास भरा है,
दर आए भक्तो के दामन,
को मैया ने पल में भरा है,
दर आए की लाज तू रखती,
सबके पुरे ख्वाब तू करती,
आओ मैया के दर,
मैया रहती जिधर,
माँ के दरबार आके,
तू सर को झुका,
लाल लाल चोला सिह सवारी।।
बारह महीने तेरी दया का,
सावन माँ दिन रात बरसता,
माँ उसके भी हाल तो पूछो,
आने को दरबार मचलता,
सबके मन का हाल वो जाने,
सबकी दशा को तू पहचाने,
आओ मैया के दर,
मैया रहती जिधर,
माँ के दरबार आके,
तू सर को झुका,
लाल लाल चोला सिह सवारी।।
तेरे दर से ज्ञान मिला है,
जीने का आधार मिला है,
अंधियारी काली रातों को,
दूर सही एक दिप जला है,
दूर करे माँ राहो के रोड़े,
मुश्किल में कभी साथ ना छोड़े,
Bhajan Diary Lyrics,
आओ मैया के दर,
मैया रहती जिधर,
माँ के दरबार आके,
तू सर को झुका,
लाल लाल चोला सिह सवारी।।
लाल लाल चोला सिह सवारी,
तुझको माँ पूजे दुनिया सारी,
आओ मैया के दर,
मैया रहती जिधर,
माँ के दरबार आके,
तू सर को झुका,
लाल लाल चोला सिह सवारी।।
स्वर – चेतना।
माँ भवानी अपने भक्तों की रक्षा करने के लिए सदैव तत्पर रहती हैं। जो भी सच्चे मन से माँ का नाम जपता है, उसे जीवन में किसी भी भय का सामना नहीं करना पड़ता। यदि यह भजन आपकी भक्ति को और गहरा कर दे, तो विंध्याचल की विंध्यवासिनी, नमन करो स्वीकार माँ जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी श्रद्धा को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ दुर्गा की कृपा हम सब पर बनी रहे! जय माता दी! 🙏

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩