हरि नाम सुमरले बन्दे जीवन को सफल बनाले

हरि नाम सुमरले बन्दे जीवन को सफल बनाले भजन हमें प्रभु भक्ति का महत्व समझाने के लिए प्रेरित करता है। सांसारिक मोह-माया में उलझकर हम जीवन के असली उद्देश्य को भूल जाते हैं, लेकिन सतगुरु की कृपा और हरि नाम के सुमिरन से हमें आत्मिक शांति और सच्चा सुख प्राप्त होता है। यह भजन हमें नाम स्मरण की शक्ति से जोड़ता है, जिससे हमारा जीवन धन्य हो सकता है।

Hari Naam Sumarle Bande Jeevan Ko Safal Banale

हरि नाम सुमरले बन्दे,
जीवन को सफल बनाले,
कट जाएंगे सारे बँधन,
गुरू चरणो मे मन को लगाले,
हरि नाम सुमरले बन्दें,
जीवन को सफल बनाले।।

पाया है जो नर तन को तू,
क्या नाम तूने कमाया है,
अरे मछरख को हीरा मिला,
माटी मे ही मिलाया है,
तू ने करली मैली चुनरिया,
श्री सतगुरु जी से धुलाले,
हरि नाम सुमरले बन्दें,
जीवन को सफल बनाले।।

अब तक यूँ ही फिरता रहा,
घर वालो की चाहत मे,
यूँ ही गँवा तू ने दिया,
अपना समय नाहक मे,
कोई साथ नही जाजगा,
मतलव के है जग वाले,
हरि नाम सुमरले बन्दें,
जीवन को सफल बनाले।।

जिसने जनम तुझको दिया,
उसको भी तो सुमर प्यारे,
लेते शरण उनको प्रभू,
आजाए जो इनके द्वारे,
तुझ पर भी एक दिन कृपा,
कर देगे नँगली वाले,
हरि नाम सुमरले बन्दें,
जीवन को सफल बनाले।।

हरि नाम सुमरले बन्दे,
जीवन को सफल बनाले,
कट जाएंगे सारे बँधन,
गुरू चरणो मे मन को लगाले,
हरि नाम सुमरले बन्दें,
जीवन को सफल बनाले।।

हरि का नाम ही वह अमृत है जो जीवन को सार्थक बना देता है। “हरि नाम सुमरले बन्दे, जीवन को सफल बना ले” भजन यही संदेश देता है कि सतगुरु की शरण में रहकर हम सही मार्ग पर चल सकते हैं। ऐसे और भी प्रेरणादायक भजनों को पढ़ें या करें, जैसे “भजले नाम गुरु का रे मनवा, बीत रही है स्वाँसा”, “कर भले ही तू जगत में प्राणी, सब करम छूटे ना”, “तेरी नौका में जो बैठा वो पार हो गया गुरुदेव” और “धीरे-धीरे बीती जाए उमर, भव तरने का जतन तू कर”।

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