गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है भजन लिरिक्स

जीवन में हर एक श्वास बहुमूल्य है, और हमें इसे व्यर्थ नहीं गंवाना चाहिए। गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है भजन हमें यह सिखाता है कि हमें अपनी हर श्वास को प्रभु भजन में लगाना चाहिए, क्योंकि यह अवसर बार-बार नहीं मिलता। सतगुरु की कृपा से ही यह जीवन सफल हो सकता है, और हमें इस सत्य को शीघ्रता से समझकर आध्यात्मिक मार्ग अपनाना चाहिए।

Gingin Kar Tujhe Swans Mili Hai Bhajan Lyrics

गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है,
बृथा इन्हे क्यो खोए,
करले भजन मन मेरे,
दिन रह गए थोड़े।।

जीवन है माटी का ढैला,
चार दिनो का है ये मैला,
जग मे आया था तू अकेला,
जाएगा भी बन्दे अकेला,
पीले तू गुरू नाम का प्याला,
पीले तू गुरु नाम का प्याला,
खाए न यम के कोड़े,
करले भजन मन मेरे,
दिन रह गए थोड़े।।

नाम गुरु का भजते जाना,
नाम प्रभू का न विसराना,
गुरू चरणो मे मन को लगाना,
चाहे जो तू मोक्ष को पाना,
गुरू कृपा से बँदे तेरा,
मोक्ष न सँग तेरा छोड़े,
करले भजन मन मेरे,
दिन रह गए थोड़े।।

बात बड़ी है नाम को पाना,
बिरलो ने इस राज को जाना,
निगुरा जग मे है भटकाना,
सगुरो ने पाया हैखजाना,
जीवन तो सब ही पाते है,
जी्वन तो सब ही पाते है,
नर तन पाते है थोड़े,
करले भजन मन मेरे,
दिन रह गए थोड़े।।

गिनगिन कर तुझे स्वाँस मिली है,
बृथा इन्हे क्यो खोए,
करले भजन मन मेरे,
दिन रह गए थोड़े।।

यदि हम अपनी श्वासों को प्रभु की भक्ति में लगाएँ, तो यह जीवन धन्य हो जाएगा। इसी भावना को आगे बढ़ाते हुए “भजले नाम गुरू का रे मनवा बीत रही है स्वाँसा”, “स्वाँस बीती जाए उमर बीती जाए”, “हरि नाम सुमरले बन्दे जीवन को सफल बनाले” और “तेरी नौका में जो बैठा वो पार हो गया गुरुदेव” भजनों को पढ़ें और अपने जीवन को प्रभुचरणों में समर्पित करें।









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