दृष्टि हम पे दया की माँ डालो भजन लिरिक्स

माँ दुर्गा की दया दृष्टि जिस पर पड़ती है, उसका जीवन सुख, शांति और समृद्धि से भर जाता है। “दृष्टि हम पे दया की माँ डालो” भजन इसी करुणा और कृपा की याचना करता है। जब जीवन में कठिनाइयाँ बढ़ती हैं, तो माँ का आशीर्वाद ही वह संबल होता है, जो हमें हर बाधा से मुक्त करता है। यह भजन माँ से प्रार्थना करता है कि वे अपनी करुणामयी दृष्टि हम पर डालें और हमें अपनी ममता की छाया में रखें। माँ की कृपा से हर भक्त का जीवन आनंदमय हो सकता है।

Drishti Hum Pe Daya Ki Maa Dalo

दृष्टि हम पे दया की माँ डालो,
बडी संकट की आई घड़ी है,
द्वार पर तेरे हम भी खड़े है,
आँखो में आँसुओ कि झड़ी है।।

निर्बल का सहारा यही है,
रास्ता दुसरा ना कही है,
तेरा दर्श अगर तू दिखा दे,
टूट जाये गमो की लड़ी है।।

सारे भक्तो को तुमने है तारा,
वासता तुमसे भी है हमारा,
तार दे माँ तेरे बालकों को,
हम पर विपदा ही ऐसी पड़ी है।।

फरियादों की झोली अड़ी है,
फतह करने को माँ तू खड़ी है,
ये ‘शिवाजी’ को आशिष दे कर,
धन्य करदे तू सबसे बड़ी है।।

दृष्टि हम पे दया की माँ डालो,
बडी संकट की आई घड़ी है,
द्वार पर तेरे हम भी खड़े है,
आँखो में आँसुओ कि झड़ी है।।

गायक / प्रेषक – शिवाजी पाटिल।

माँ दुर्गा की दया दृष्टि जिस पर पड़ती है, उसका जीवन कष्टों से मुक्त हो जाता है और वह भक्तिरस में डूब जाता है। माँ की भक्ति से हमें शक्ति, साहस और सच्चे मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति भाव से भर दे, तो ले ले मैया का नाम, जप ले मैया का नाम जैसे अन्य माँ के भक्तिमय गीत भी आपकी श्रद्धा को और गहरा कर सकते हैं। माँ दुर्गा की कृपा सभी भक्तों पर बनी रहे! जय माता दी! 🙏

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