दरबार में सच्चे सतगुरु के दुःख दर्द मिटाये जाते है लिरिक्स

सच्चे सतगुरु का दरबार वह पावन स्थान है, जहाँ भक्तों के सभी दुःख और कष्ट मिट जाते हैं। गुरु की कृपा से जीवन में शांति, आनंद और आध्यात्मिक प्रकाश का संचार होता है। “दरबार में सच्चे सतगुरु के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं” भजन इसी गहरे भाव को प्रकट करता है कि जो भी सच्चे मन से गुरु की शरण में आता है, उसका जीवन सुखमय हो जाता है। आइए, इस भजन के माध्यम से सतगुरु की कृपा का अनुभव करें।

Darbar Me Sachhe Satguru Ke Dukh Dard Mitane Jate Hai

दरबार में सच्चे सतगुरु के,
दुःख दर्द मिटाये जाते है,
दुनियाँ के सताए लोग यहाँ,
सीने से लगाए जाते हैं,
दरबार में सच्चे सतगुरु के।।

ये महफिल है मस्तानों की,
हर शख़्स यहाँ पर मतवाला,
भर भर के जाम इबादत के,
यहाँ सबको पिलाये जाते हैं,
दरबार में सच्चे सतगुरु के।।

इल्जाम लगाने वालों ने,
इल्जाम लगाए लाख मगर,
तेरी सौगात समझकर के,
हम सर पर उठाये जाते हैं,
दरबार में सच्चे सतगुरु के।।

जिन बन्दों पर ऐ जगवालों,
हो खास इनायत सतगुरु की,
उनको ही संदेसा आता है,
और वे ही बुलाये जाते हैं,
दरबार में सच्चे सतगुरु के।।

दरबार में सच्चे सतगुरु के,
दुःख दर्द मिटाये जाते है,
दुनियाँ के सताए लोग यहाँ,
सीने से लगाए जाते हैं,
दरबार में सच्चे सतगुरु के।।

सतगुरु का दरबार भक्तों के लिए मोक्ष का द्वार है, जहाँ हर व्यथा समाप्त हो जाती है और आत्मा को शुद्धता प्राप्त होती है। “दरबार में सच्चे सतगुरु के, दुःख दर्द मिटाए जाते हैं” भजन हमें यह प्रेरणा देता है कि गुरु की शरण में आकर हम अपने जीवन को कष्टों से मुक्त कर सकते हैं। ऐसे ही अन्य भक्तिपूर्ण भजनों जैसे “गुरु चरणों की महिमा अपार”, “गुरु बिना जीवन अधूरा”, “गुरु वाणी का प्रकाश”, और “गुरु कृपा से जीवन सफल” को पढ़ें और अपने हृदय को गुरु भक्ति से भर दें। 🙏









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