दादी झुंझुनू बुलाए मेरा मन हर्षाये भजन लिरिक्स

“दादी झुंझुनू बुलाए, मेरा मन हर्षाए” भजन भक्तों की उस गहरी आस्था को दर्शाता है, जिसमें वे अपनी दादी माँ के दर्शन की लालसा रखते हैं। झुंझुनू, जो रानी सती दादी का प्रसिद्ध धाम है, श्रद्धालुओं के लिए एक दिव्य स्थल है, जहाँ उनकी मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं। जब माँ का बुलावा आता है, तो भक्तजन आनंद और श्रद्धा से भरकर उनके दरबार में हाजिरी लगाने को उत्साहित हो जाते हैं।

Dadi Jhunjhuanu Bulaye Mera Man Harshaye

दादी झुंझुनू बुलाए,
मेरा मन हर्षाये,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।

झुंझुनू वाली तेरी शान निराली है,
अपने भक्तों की करती रखवाली है,
चलो चले मिल सब प्यार से,
दादी जी के द्वार पे,
चलो धोक लगाएं,
चलो दर्शन पाए,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।

सिर पर चुनर तारों वाली सोहे हैं,
दमदम मुखड़ा सबके मन को मोहे हैं,
गल मोतियन के हार हैं,
पग पायल की झंकार है,
माथे बिंदिया लगाए,
हाथ चुड़ा सजाए,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।

दादी झुंझुनू बुलाए,
मेरा मन हर्षाये,
माँ सब पर प्यार लुटाए,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
संदेशा आया है,
दादी ने बुलाया है।।

गायक – मनमोहन राजीव सोनी।

दादी माँ की भक्ति का ये सुरभित गीत हर भक्त के हृदय को सुकून और श्रद्धा से भर देता है। उनकी कृपा से हर समस्या का समाधान संभव हो जाता है। अगर यह भजन आपके मन को भक्तिभाव से भर रहा है, तो “ओढ़ो जी ओढ़ो दादी म्हारी भी चुनरिया” और “माँ के दर्शन से होता बेड़ा पार” जैसे भजनों को भी जरूर सुनें और दादी माँ के चरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करें। जय दादी माँ! 🙏✨

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