दादी चरणों में तेरे पड़ी मैया तुझको निहारूं खड़ी लिरिक्स

भक्त का मन जब माँ की भक्ति में लीन होता है, तो वह बस उनके चरणों में समर्पित हो जाना चाहता है। “दादी चरणों में तेरे पड़ी, मैया तुझको निहारूं खड़ी” भजन माँ के चरणों की महिमा और भक्त की अटूट श्रद्धा को दर्शाता है। जब भक्त माँ की ओर प्रेम और विश्वास से देखता है, तो उसे हर प्रश्न का उत्तर और हर दुख का समाधान मिल जाता है। यह भजन माँ के प्रति समर्पण और उनके दिव्य दर्शन से मिलने वाले आत्मिक सुख का सजीव चित्रण करता है।

Dadi Charno Me Tere Padi Maiya Tujhko Niharu khadi

दादी चरणों में तेरे पड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी,
हाथ किरपा का रख दे जरा,
हाथ किरपा का रख दे जरा,
लागि नैनो में असुवन झड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी,
दादी चरणो में तेरे पड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी।।

मैं तो दुखडो से हारी हूँ माँ,
थोड़ी मुझ पे इनायत भी हो,
तेरे चरणों में मैं रह सकूँ,
मुझको इतनी इजाजत माँ हो,
तेरी दरकार मुझको बड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी,
दादी चरणो में तेरे पड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी।।

धुप में मैं ग़मों की जली,
दे दे आँचल की छैया मुझे,
घाव दिल पे हजारो लगे,
दादी कैसे दिखाऊं तुझे,
मेरी अँखियों में पीड़ा भरी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी,
Bhajan Diary Lyrics,
दादी चरणो में तेरे पड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी।।

‘हर्ष’ तेरे सिवा मैंने तो,
माँ किसी को पुकारा नहीं,
तेरी ‘स्वाति’ अगर रोए तो,
मैया तुझको गवारा नहीं,
तेरी चौखट पे नजरे गड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी,
दादी चरणो में तेरे पड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी।।

दादी चरणों में तेरे पड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी,
हाथ किरपा का रख दे जरा,
हाथ किरपा का रख दे जरा,
लागि नैनो में असुवन झड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी,
दादी चरणो में तेरे पड़ी,
मैया तुझको निहारूं खड़ी।।

Singer – Swati Agarwal

माँ के चरणों में समर्पित होकर ही भक्त को सच्ची शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है। माँ अपनी कृपा से हर कष्ट का निवारण करती हैं और भक्तों का जीवन आनंद से भर देती हैं। यदि यह भजन आपकी आस्था को और गहरा कर दे, तो आयो सावणियो, दादी जी म्हारी हिंडो हिंडै आज जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी भक्ति को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। माँ की कृपा सभी पर बनी रहे! जय माता दी! 🙏

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