गुरु की शरण में जाना ही सच्चा आत्मसमर्पण और भक्ति का मार्ग है। जब हम अपने मन को गुरुचरणों में अर्पित कर देते हैं, तब हमारा जीवन शांति, आनंद और सच्चे ज्ञान से भर जाता है। “चलो चले मन गुरु की शरण में” भजन इसी पावन भावना को प्रकट करता है कि गुरु की शरण में जाकर हमें मोक्ष और आध्यात्मिक आनंद की प्राप्ति होती है। आइए, इस भजन के माध्यम से गुरुचरणों में अपनी श्रद्धा अर्पित करें।
Chalo Chale Man Guru Ki Sharan Me
चलो चले मन,
गुरु की शरण में,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
गुरु के चरण में।।
गुरु की महिमा बहुत बड़ी है,
गुरु ही मार्ग दिखाते हैं,
सूना दीपक जीवन होता,
गुरु ही उसे जलाते हैं,
अंधकार है बिना गुरु के,
ज्योति जगे नहीं मन में,
चलो चलें मन,
गुरु की शरण में,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
गुरु के चरण में।।
गुरु की कृपा से जीवन बगिया,
फूलों सी खिल जाती है,
सारे जगत को जिसकी सुगंध,
मैहर मैहर महकाती है,
पावन पावन जीवन होता,
पावनता हो मन में,
चलो चलें मन,
गुरु की शरण में,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
गुरु के चरण में।।
ॐ गुरु देव पावन मंत्र है,
श्रद्धा से भज ले प्राणी,
दया करेंगे गुरुवर हमारे,
मिटेगी आनी जानी,
जिसके ह्रदय में विश्वतप गुरु,
खुशियां हो जीवन में,
चलो चलें मन,
गुरु की शरण में,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
गुरु के चरण में।।
चलो चले मन,
गुरु की शरण में,
बिगड़ी बनेगी तेरी,
गुरु के चरण में।।
गुरु की शरण में जाने से जीवन के सभी कष्ट समाप्त हो जाते हैं और मन को शाश्वत शांति प्राप्त होती है। “चलो चले मन गुरु की शरण में” भजन हमें यह सिखाता है कि सच्चा सुख और मोक्ष केवल गुरु की कृपा से ही संभव है। ऐसे ही अन्य भक्तिपूर्ण भजनों जैसे “गुरु चरणों की महिमा अपार”, “गुरु बिना जीवन अधूरा”, “गुरु वाणी का प्रकाश”, और “गुरु कृपा से जीवन सफल” को पढ़ें और अपने मन को गुरु भक्ति में लीन करें। 🙏

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩