माँ दुर्गा की कृपा जब भक्त पर होती है, तो असंभव भी संभव हो जाता है। “बिन पानी के नाव खे रही है माँ, नसीब से ज्यादा दे रही है” भजन माँ की असीम दया और करुणा को दर्शाता है, जहाँ वह अपने भक्तों को उनकी उम्मीदों से भी अधिक वरदान देती हैं। माँ की ममता ऐसी है कि जो भी उनके शरण में आता है, उसकी नैया बिना पानी के भी पार लग जाती है।
Bina Pani Ke Nav Khe Rahi Hai Maa Nasib Se Jyada De Rahi Hai
बिन पानी के नाव खे रही है,
माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।।
भूखें उठते है भूखे तो सोते नहीं,
दुःख आता है हमपे तो रोते नहीं,
दिन रात खबर ले रही है,
माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।।
उसके लाखों दीवाने बड़े से बड़े,
उसके चरणों में कंकर के जैसे पड़े,
फिर भी आवाज मेरी सुन रही है,
माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।।
मेरा छोटा सा घर महलों की रानी माँ,
मेरी औकात क्या महारानी है माँ,
साथ ‘बनवारी’ माँ रह रही है,
माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।।
ज्यादा कहता मगर कह नहीं पा रहा,
आंसू बहता मगर बह नहीं पा रहा,
दिल से आवाज ये आ रही है,
Bhajan Diary Lyrics,
माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।।
बिन पानी के नाव खे रही है,
माँ नसीब से ज्यादा दे रही है।।
Singer – Madhuri Madhukar
माँ के आशीर्वाद से हर मुश्किल राह आसान हो जाती है, और भक्तों को उनकी श्रद्धा से भी अधिक मिलता है। उनकी कृपा से कोई भी दुख अधिक समय तक नहीं टिकता। यदि यह भजन आपके मन में भक्ति की भावना को प्रगाढ़ कर दे, तो तेरी पायल बाजे माँ जब छमछम छमछम छमछम जैसे अन्य भक्तिमय गीत भी आपकी श्रद्धा को और गहरा कर सकते हैं। जय माता दी! 🙏

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩