जब माँ दुर्गा अपने दिव्य रूप में प्रकट होती हैं, तो सारा ब्रह्मांड उनकी आभा से आलोकित हो उठता है। “बैठी हो माँ सामने कर सोलह श्रृंगार” भजन माँ की दिव्य छवि का सुंदर वर्णन करता है, जहाँ वे अपने भक्तों को दर्शन देने के लिए सोलह श्रृंगार करके विराजमान होती हैं। यह भजन भक्ति और भावनाओं से भरा हुआ है, जो माँ के अद्भुत रूप का गुणगान करता है और भक्तों को उनके चरणों में समर्पित होने की प्रेरणा देता है।
Bethi Ho Maa Samne Kar Solah Shringar
बैठी हो माँ सामने,
कर सोलह श्रृंगार,
तू करुणा की है मूरत,
और ममता का भण्डार,
बैठी हो मां सामने,
कर सोलह श्रृंगार।।
निरख रही हो हम भक्तों को,
बड़े प्यार से जगजननी,
इसी तरह हम भक्तों को भी,
तेरी ही सेवा करनी,
तू हरदम देती रहना,
हमको माँ प्यार दुलार,
बैठी हो मां सामने,
कर सोलह श्रृंगार।।
तेरी ममता की छाया में,
इसी तरह हम पले बढ़े,
तेरी किरपा से ही माता,
हम अपने पैरो पे खड़े,
तेरे बच्चों को देने में,
तू करती नहीं इन्कार,
बैठी हो मां सामने,
कर सोलह श्रृंगार।।
हम बच्चों पर हरदम मैया,
आशीर्वाद तुम्हारा हो,
‘हर्ष’ कहे माँ शेरोवाली,
हरपल साथ तुम्हारा हो,
तू हाथ दया का रखना,
सांचा तेरा दरबार,
Bhajan Diary Lyrics,
बैठी हो मां सामने,
कर सोलह श्रृंगार।।
बैठी हो माँ सामने,
कर सोलह श्रृंगार,
तू करुणा की है मूरत,
और ममता का भण्डार,
बैठी हो मां सामने,
कर सोलह श्रृंगार।।
Singer – Aman Mishra
माँ दुर्गा के सोलह श्रृंगार का दर्शन ही भक्तों के जीवन को धन्य कर देता है। उनकी छवि जितनी मोहक होती है, उतनी ही उनकी कृपा असीम होती है। यदि यह भजन आपके मन को भक्ति भाव से भर दे, तो माँ मुझे तेरी जरूरत है जैसे अन्य भक्तिगीत भी आपकी श्रद्धा को और प्रगाढ़ कर सकते हैं। जय माता दी! 🙏
मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩