गुरुदेव की कृपा जब बरसती है, तो जीवन का हर कोना आनंद और शांति से भर जाता है। उनकी कृपा से मन का संताप मिटता है, घर-आँगन में सुख-समृद्धि का वास होता है और जीवन एक नई रोशनी से जगमगाने लगता है। “बरसा दाता सुख बरसा आँगन आँगन सुख बरसा” भजन में इसी दिव्य अनुभूति का वर्णन किया गया है, जहाँ भक्त अपने सतगुरु से कृपा वर्षा की कामना करता है, ताकि हर हृदय में आनंद का सागर उमड़ पड़े।
Barsa Data Sukh Barsa Aagan Aagan Sukh Barsa Bhajan Lyrics
बरसा दाता सुख बरसा,
आँगन आँगन सुख बरसा,
चुन चुन कांटे नफरत के,
प्यार अमन के फूल खिला।।
तन से कोई है दुखी,
मन से कोई है दुखी,
हे प्रभु दया करो,
सारा जहान हो सुखी,
हर पल मांगू यही दुआ,
आँगन आँगन सुख बरसा,
बरसा दाता सुख बरसा,
आँगन आँगन सुख बरसा।।
झोलियाँ सुखो की तुम,
सबकी दाता भर ही दो,
सतगुरु जी तुम हमें,
सब्र और शुक्र भी दो,
सबके दुखो की तू है दया,
आँगन आँगन सुख बरसा,
बरसा दाता सुख बरसा,
आँगन आँगन सुख बरसा।।
बेर क्लेश को मिटा,
दाता सकल संसार से,
नाम का स्मरण करे,
मिलके सारे प्यार से,
मानव से मानव हो ना जुदा,
आँगन आँगन सुख बरसा,
भाई से भाई हो ना जुदा,
आँगन आँगन सुख बरसा,
माँ से बेटा हो ना जुदा,
आँगन आँगन सुख बरसा।।
बरसा दाता सुख बरसा,
आँगन आँगन सुख बरसा,
चुन चुन कांटे नफरत के,
प्यार अमन के फूल खिला।।
गुरुदेव की कृपा जिस पर होती है, उसका जीवन आनंद से भर जाता है। उनकी महिमा अपरंपार है, और उनकी भक्ति से ही मन को वास्तविक शांति प्राप्त होती है। यदि यह भजन आपके हृदय को भक्ति से भर रहा है, तो “गुरुदेव मेरी नैया उस पार लगा देना”, “तेरे एहसान का बदला चुकाया जा नहीं सकता”, “गुरुदेव दया करके मुझको अपना लेना”, और “गुरुजी तेरे भरोसे मेरा परिवार है” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और अपने गुरु के चरणों में अटूट श्रद्धा बनाए रखें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩