“ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा” भजन भक्त और गुरुदेव के बीच के गहरे प्रेम और समर्पण को दर्शाता है। जब किसी को अपने जीवन में गुरुदेव की असीम कृपा का अहसास होता है, तो हृदय स्वतः ही विनम्रता से भर जाता है और यह प्रश्न उठता है कि ऐसी कौन-सी पुण्याई थी, जिसके कारण सतगुरु का आशीर्वाद मिला। यह भजन हमें गुरुदेव की अनुकंपा को समझने और उनके प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने की प्रेरणा देता है।
Aisa Kya Kaam Kiya Maine Tera Bhajan Lyrics
ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
क्या जरा सा मैंने तेरा नाम लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
इस ज़माने में मैं अकेला था,
तेरी माया के रंग में खेला था,
तेरी माया ना सताएगी उसे,
तेरी माया ना सताएगी उसे,
जिसे अपना तूने मान लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
दीन दुखियों का तू सहारा है,
डूबती नाव का किनारा है,
तेरी एक नज़र जिसपे पड़ जाए,
तेरी एक नज़र जिसपे पड़ जाए,
फिर कभी भी उसे रोने ना दिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
इतना कौन करता है किसी के लिए,
जितना तूने कर दिया है मेरे लिए,
मेरी हर ख़ुशी का इंतजाम किया,
मेरी हर ख़ुशी का इंतजाम किया,
क्या जरा सा मैंने तेरा नाम लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
मेरी ज़िन्दगी ही बदल दी तूने,
क्या जरा सा मैंने तेरा नाम लिया,
ऐंसा क्या काम किया मैंने तेरा,
जो मेरा हाथ तूने थाम लिया।।
गुरुदेव की कृपा असीम और अव्यक्त होती है, जिसे पाने के लिए केवल श्रद्धा और समर्पण आवश्यक है। “ऐसा क्या काम किया मैंने तेरा” भजन इसी भाव को व्यक्त करता है और भक्त को आत्मचिंतन की ओर प्रेरित करता है। इसी भावना को और गहराई से समझने के लिए “जनम जनम का साथ हैं गुरुदेव तुम्हारा”, “गुरुदेव के चरणों में सौ बार नमन मेरा”, “तुम ही मेरे सतगुरु तुम ही मेरे साहिब” और “मेरे सतगुरु जी तुसी मेहर करो” जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और गुरुदेव की महिमा का गुणगान करें।

मैं हेमानंद शास्त्री, एक साधारण भक्त और सनातन धर्म का सेवक हूँ। मेरा उद्देश्य धर्म, भक्ति और आध्यात्मिकता के रहस्यों को सरल भाषा में भक्तों तक पहुँचाना है। शनि देव, बालाजी, हनुमान जी, शिव जी, श्री कृष्ण और अन्य देवी-देवताओं की महिमा का वर्णन करना मेरे लिए केवल लेखन नहीं, बल्कि एक आध्यात्मिक साधना है। मैं अपने लेखों के माध्यम से पूजन विधि, मंत्र, स्तोत्र, आरती और धार्मिक ग्रंथों का सार भक्तों तक पहुँचाने का प्रयास करता हूँ। 🚩 जय सनातन धर्म 🚩