तारा गायत्री मंत्र तारा देवी की कृपा प्राप्त करने का अत्यंत प्रभावशाली वैदिक मंत्र है। यह मंत्र साधक को भय, अज्ञानता और जीवन की कठिनाइयों से उबारकर ज्ञान, शांति और आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करता है। यहाँ हमने आपके लिए Tara Gayatri Mantra के लिरिक्स और मंत्र जाप करने की विधि को बताया है-
Tara Gayatri Mantra
ॐ तारायै विद्महे महोग्रायै धीमहि,
तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
अर्थ- हम माँ तारा की उस दिव्य सत्ता को जानने का प्रयास करते हैं, जो महान, तेजस्वी और उग्र रूप में भी करुणामयी हैं। हम उनके उस स्वरूप का ध्यान करते हैं जो अज्ञान का नाश कर ज्ञान का प्रकाश फैलाता है। हे माँ तारा! हमारी बुद्धि को अपनी ओर आकर्षित करें, हमारे अंतःकरण को शुद्ध करें और हमें आपकी शरण में स्थिर करें। आपकी कृपा से हमारा मन सदा आपके चरणों में लगा रहे — यही हमारी सच्ची साधना है।

यदि आप जीवन में आने वाली बाधाओं से मुक्ति और आत्मज्ञान की दिशा में आगे बढ़ना चाहते हैं, तो Tara Gayatri Mantra एक दिव्य साधना है। ऐसे ही और देवी मंत्रों के लिए आप Pratyangira Devi Gayatri Mantra, Durga Gayatri Mantra और Savitri Gayatri Mantra जैसे विशेष लेख भी अवश्य पढ़ें — ये सभी मंत्र आपकी साधना को और भी शक्तिशाली बनाएंगे।
Maa Tara Gayatri Mantra की जाप विधि
हमने यहाँ आपके लिए तारा गायत्री मंत्र की जाप विधि सरल और श्रद्धापूर्ण रूप में प्रस्तुत की है, जिससे आप सच्चे मन से साधना आरंभ कर सकें-
- उचित समय: साधना हेतु ब्रह्म मुहूर्त (सुबह 4-6 बजे) का समय श्रेष्ठ होता है। शांत और पवित्र स्थान पर आसन बिछाएं।
- स्वच्छता: स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें, विशेष रूप से नीला या काला रंग, जो तारा देवी से जुड़ा माना जाता है। मन को भी शुद्ध करें।
- यंत्र स्थापना: पूजा स्थल पर तारा देवी का मूर्ति, फोटो या यंत्र रखें और उसके सामने घी का दीपक जलाएं और अगरबत्ती से स्थान को शुद्ध करें।
- ध्यान: अब कुशासन या कंबल पर बैठें और आँखें बंद कर देवी तारा का ध्यान करें और अपनी समस्या या उद्देश्य को मन में स्पष्ट रखें।
- जाप करें: अंततः 108 मनकों वाली एक माला से Ma Tara Gayatri Mantra का जप प्रारंभ करें। यह मंत्र मंत्रोच्चारण विशेष शक्ति उत्पन्न करता है, जिससे हमे ऊर्जा मिलती है।
- आरती: जाप के बाद तारा देवी की आरती करें और उनसे संकटों से मुक्ति, विवेक और ज्ञान प्रदान करने की प्रार्थना करें।
यदि आप श्रद्धा, शक्ति और आत्मिक जागृति की अनुभूति चाहते हैं, तो यह जाप विधि न केवल आपके साधना-पथ को दृढ़ बनाएगी, बल्कि माँ तारा की कृपा भी सहज रूप से प्राप्त होगी।
FAQ
इससे क्या लाभ होता है?
यह मंत्र साधक को संकट, भय और अज्ञान से मुक्ति देता है और ज्ञान तथा आत्मबल प्रदान करता है।
क्या यह मंत्र तंत्र साधना से जुड़ा है?
हाँ, तारा देवी तांत्रिक साधना की प्रमुख देवी मानी जाती हैं, लेकिन सामान्य भक्तों द्वारा भी मंत्र जपा जा सकता है।
मंत्र का जाप कितने दिन करना चाहिए?
कम से कम 21 या 40 दिनों तक रोज 108 बार जाप करने से विशेष फल मिलता है।

मैं श्रुति शास्त्री , एक समर्पित पुजारिन और लेखिका हूँ, मैं अपने हिन्दू देवी पर आध्यात्मिकता पर लेखन भी करती हूँ। हमारे द्वारा लिखें गए आर्टिकल भक्तों के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं, क्योंकि मैं देवी महिमा, पूजन विधि, स्तोत्र, मंत्र और भक्ति से जुड़ी कठिन जानकारी सरल भाषा में प्रदान करती हूँ। मेरी उद्देश्य भक्तों को देवी शक्ति के प्रति जागरूक करना और उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत करना है।View Profile