सुदर्शन चक्र गायत्री मंत्र: बुरी शक्तियों से सुरक्षा का दिव्य कवच

जब जीवन में नकारात्मक शक्तियों का प्रभाव बढ़ता है, जैसे शत्रु बाधा, तांत्रिक प्रभाव या आत्मबल की कमी, तो ऐसे में सुदर्शन चक्र गायत्री मंत्र का जाप बहुत प्रभावी होता है। यह मंत्र न केवल विष्णु जी के दिव्य अस्त्र ‘सुदर्शन चक्र’ को स्मरण करता है, बल्कि यह साधक को अदृश्य सुरक्षा भी प्रदान करता है। आइए जानें Sudarshan Chakra Gayatri Mantra का सम्पूर्ण लिरिक्स-

Sudarshan Chakra Gayatri Mantra

ॐ सुदर्शनाय विद्महे महाज्वालाय धीमहि,
तन्नो चक्रः प्रचोदयात्॥

अर्थ- हम सुदर्शन चक्रधारी भगवान को जानें, जो अत्यंत तेजस्वी और प्रज्वलित रूप वाले हैं; हम उनका ध्यान करें। वही दिव्य चक्र (सुदर्शन) हमारी बुद्धि को प्रकाशमान और प्रेरित करें।

Sudarshan Chakra Gayatri Mantra

ॐ सुदर्शनाय विद्महे महाज्वालाय धीमहि, 
तन्नो चक्रः प्रचोदयात्॥

सुदर्शन चक्र गायत्री मंत्र नकारात्मक शक्तियों से रक्षा करने वाला एक दिव्य कवच है जो न केवल आत्मबल को बढ़ाता है, बल्कि मन की शुद्धि और आध्यात्मिक उन्नति में भी सहायक होता है। यदि आप आध्यात्मिक साधना में गहराई से उतरना चाहते हैं, तो varahi gayatri mantra lyrics, vishnu gayatri mantra और krishna gayatri mantra जैसे अन्य शक्तिशाली मंत्रों का अभ्यास भी अवश्य करें ।

इस गायत्री मंत्र की जाप विधि

यदि आप नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा, शक्ति और आत्मविश्वास की प्राप्ति चाहते हैं, तो हमने आपके लिए इस मंत्र जाप की विधि नीचे सरल रूप में उपलब्ध कराई है, ताकि आप इसे सही रीति से कर सकें।

  1. शारीरिक शुद्धि: स्नान करके स्वच्छ वस्त्र धारण करें, विशेषकर पीले या सफेद रंग के कपड़े और शांत मन, सकारात्मक सोच और पूर्ण श्रद्धा के साथ जाप हेतु स्वयं को तैयार करें।
  2. पूजा स्थान: एक शांत, स्वच्छ और एकांत स्थान पर पूजा का स्थान बनाएँ। वहां भगवान विष्णु या सुदर्शन चक्र की मूर्ति रखें और उनके पास दीपक, अगरबत्ती, फूल, चंदन, तुलसी पत्र और जल पात्र साथ रखें।
  3. आसन और दिशा: पूर्व दिशा की ओर मुख करके बैठना सर्वोत्तम होता है। कुशासन, ऊनी आसन या रेशमी आसन का प्रयोग करें जिससे स्थिरता बनी रहे।
  4. संकल्प: दीपक जलाकर भगवान विष्णु को नमस्कार करें और उन्हें पुष्प, चंदन, अक्षत, और तुलसी पत्र अर्पित करें। फिर ध्यानपूर्वक अपने संकल्प को स्मरण करें।
  5. जाप: अब श्रद्धा पूर्वक Sudarshan Chakra Gayatri Mantra का जाप करें। मंत्र जाए मन में धीरे धीरे उच्चारण के साथ करे ताकि आप इसे गहराई से महसूस कर पाएं।
  6. समापन: अंत में, तुलसी जल का छिड़काव करके घर के वातावरण को पवित्र करें और हाथ जोड़कर यह प्रार्थना करें कि भगवान सुदर्शन आपकी रक्षा करें और जीवन के सभी संकटों का नाश हो।

Sudarshana Gayatri Mantra का नियमित जाप करने से जीवन में नकारात्मक प्रभावों से रक्षा होती है और मानसिक तथा आत्मिक बल की वृद्धि होती है।

FAQ

इस मंत्र का जाप कौन कर सकता है?

क्या इसे किसी विशेष समस्या के लिए जप सकते हैं?

क्या इसे केवल रविवार को ही जप सकते हैं?

नहीं, आप प्रतिदिन कर सकते हैं, पर रविवार, एकादशी, पूर्णिमा को विशेष फलदायी माना गया है।

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