सर्व गायत्री मंत्र: एक मंत्र जो सभी देवी-देवताओं की कृपा दिलाए

सर्व गायत्री मंत्र एक ऐसा दिव्य और शक्तिशाली स्तोत्र है जो समस्त देवी-देवताओं को समर्पित होता है। यह मंत्र उन साधकों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो एक ही मंत्र से सम्पूर्ण ब्रह्मांडीय शक्तियों का आह्वान करना चाहते हैं। Sarva Gayatri Mantra के नियमित जाप से साधक को बहुआयामी आध्यात्मिक लाभ प्राप्त होते हैं।

Sarva Gayatri Mantra

॥ ॐ सर्व चैतन्य रुपां तामद्यां विद्यां च धीमहि बुद्धियों नः प्रचोदयात्॥

Sarva Gayatri Mantra Meaning in Hindi: हम उस परम दिव्य प्रकाश को ध्यान में रखते हैं जो तीनों लोकों—भू, भुवः और स्वः—को प्रकाशित करता है। हम उस ईश्वर की आराधना करते हैं जो हमारी बुद्धि को शुभ और सत्य की ओर प्रेरित करे।

Sarva Gayatri Mantra

सर्व गायत्री मंत्र का जाप न केवल आपकी बुद्धि को प्रकाशित करता है, बल्कि सभी देवी-देवताओं की कृपा को भी आकर्षित करता है। यदि आप विशेष रूप से समर्पित गायत्री मंत्रों की खोज में हैं, तो शिव गायत्री मंत्र, विष्णु गायत्री मंत्र और लक्ष्मी गायत्री मंत्र भी अवश्य पढ़ें और अपनी साधना को नई दिशा दें।

मंत्र का जाप करने की मुख्य विधि

  1. स्नान कर के प्रारंभ करें: साफ मन से जाप करना आवश्यक होता है। प्रातः स्नान के बाद यह मंत्र अधिक फलदायी माना जाता है।
  2. पूजा स्थान तैयार करें: शांत और साफ स्थान पर दीप जलाकर देवी-देवताओं का स्मरण करें और आसन ग्रहण करें।
  3. आसन पर बैठें: कुशा, ऊन या कॉटन के आसन पर बैठकर स्थिरता बनाए रखें। यह ऊर्जा का संतुलन बनाए रखता है।
  4. मंत्र का ध्यान करें: मंत्र के प्रत्येक शब्द पर ध्यान केंद्रित करते हुए जाप करें। उच्चारण शुद्ध और लयबद्ध होना चाहिए।
  5. 108 बार जाप करें: कम से कम 108 बार इस मंत्र का जाप करें ताकि मानसिक और आत्मिक प्रभाव गहरा हो सके।

ध्यान देने योग्य मुख्य बातें

FAQ

क्या यह मंत्र एक ही बार सभी देवी-देवताओं को प्रसन्न करता है?

हाँ, यह मंत्र सभी प्रमुख देवताओं की ऊर्जा को एकत्रित करता है और समर्पण को व्यापक बनाता है।

क्या इस मंत्र को किसी विशेष दिन जाप करना चाहिए?

क्या यह गायत्री मंत्र बच्चों को सिखाया जा सकता है?

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