नाग देवता हिंदू धर्म में सुरक्षा, सर्प दोष निवारण और भूमिगत ऊर्जा के प्रतीक माने जाते हैं। विशेष रूप से कालसर्प दोष से पीड़ित लोगों के लिए नाग गायत्री मंत्र एक अचूक उपाय है। Naag Gayatri Mantra साधक को मानसिक भय, सर्पदोष और जीवन की अनचाही बाधाओं से मुक्ति दिलाने में सहायक होता है।

नाग गायत्री मंत्र उन साधकों के लिए अत्यंत लाभकारी है जो कालसर्प दोष, भय या सर्पदोष से पीड़ित हैं। अगर आपको नाग देव मंत्र से लाभ मिला है, तो आप इन मंत्रों को भी पढ़ें: कनिका परमेश्वरी गायत्री मंत्र, मुरुगन गायत्री मंत्र और अग्नि गायत्री मंत्र। इन मंत्रों का जाप जीवन में सकारात्मक बदलाव ला सकता है।
Naag Gayatri Mantra के जाप की विधि
- आरंभ का दिन: नाग मंत्र का जाप सोमवार या नाग पंचमी से शुरू करना शुभ माना जाता है, क्योंकि इन विशेष दिनों में मंत्र का प्रभाव अधिक होता है और जल्दी फल प्राप्त होते हैं।
- वस्त्र चयन: काले या नीले वस्त्र पहनें, जो शक्ति और सुरक्षा का प्रतीक होते हैं, और मंत्र के प्रभाव को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- विशेष फलदायी तिथियाँ: नाग देव मंत्र का जाप नाग चतुर्थी, पंचमी या अमावस्या पर विशेष फलदायी होता है, जिससे नाग देवता की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में समृद्धि आती है।
- मंत्र जाप संख्या: मंत्र का जाप 108 बार रुद्राक्ष माला से करें, जिससे मानसिक शांति और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, और नकारात्मकता दूर होती है।
- अर्पण सामग्री: नाग देवता को श्रद्धापूर्वक दूध, कुश और चंदन अर्पित करें, जो पवित्रता और शुद्धता का प्रतीक होते हैं।
- जाप के बाद का पाठ: जाप के बाद शिव चालीसा या महामृत्युंजय मंत्र का पाठ करें, जो पूजा को और प्रभावी बनाता है और जीवन में समृद्धि लाता है।
नोट- नाग देव गायत्री मंत्र का सही विधि से जाप जीवन में शांति, ऊर्जा और सुख लाता है, साथ ही नाग देवता की कृपा से दरिद्रता और रोग समाप्त होते हैं।
FAQ
जाप के समय कौन-सी माला उपयोग करें?
रुद्राक्ष या काली हकीक की माला उत्तम मानी जाती है।
क्या यह मंत्र तांत्रिक रूप से भी प्रभावी है?
हाँ, कुछ साधनाओं में नाग देवता मंत्र का प्रयोग तांत्रिक सुरक्षा हेतु भी होता है।
क्या इस मंत्र से कालसर्प दोष शांत होता है?
हाँ, नियमित और श्रद्धापूर्वक जाप करने से कालसर्प दोष के प्रभाव में कमी आती है।
क्या इस मंत्र का जाप रोज़ कर सकते हैं?
हाँ, लेकिन विशेष रूप से नाग पंचमी, चतुर्थी या अमावस्या के दिन इसका जाप शुभ माना जाता है।

मैं श्रुति शास्त्री , एक समर्पित पुजारिन और लेखिका हूँ, मैं अपने हिन्दू देवी पर आध्यात्मिकता पर लेखन भी करती हूँ। हमारे द्वारा लिखें गए आर्टिकल भक्तों के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं, क्योंकि मैं देवी महिमा, पूजन विधि, स्तोत्र, मंत्र और भक्ति से जुड़ी कठिन जानकारी सरल भाषा में प्रदान करती हूँ। मेरी उद्देश्य भक्तों को देवी शक्ति के प्रति जागरूक करना और उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत करना है।View Profile