गरुड़ देव भगवान विष्णु के वाहन और सर्पों के शत्रु माने जाते हैं। उन्हें संकटमोचक, शीघ्रगामी और अद्भुत पराक्रमी योद्धा के रूप में पूजा जाता है। गरुड़ गायत्री मंत्र का जाप विष, भय, दुर्भावनाओं और बाधाओं से रक्षा करता है, और साधक को तेज, साहस व शक्ति प्रदान करता है। यदि आप Garuda Gayatri Mantra की शक्ति को सही तरीके से समझकर जाप करना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है।
गरुड़ देव को समर्पित यह मंत्र न केवल भय से रक्षा करता है, बल्कि हमारे भीतर शक्ति और धर्म के प्रति अडिग विश्वास भी जगाता है। अगर आप भगवान विष्णु से जुड़ी अन्य दिव्य साधनाओं को भी जानना चाहते हैं, तो आप हमारा नरसिंह गायत्री मंत्र, हनुमान गायत्री मंत्र, और विष्णु गायत्री मंत्र जैसे लेख भी अवश्य पढ़ें।
गरुड़ मंत्र के जाप की विधि
- प्रातः स्नान: प्रातःकाल उठकर स्नान करें और साफ वस्त्र पहनें। पूजा स्थान को साफ करके वहां धूप-दीप से शुद्ध करें।
- पूजन स्थान तय करें: पूजा के लिए शांत और एकाग्रता वाला स्थान चुनें। गरुड़ देव की मूर्ति या फोटो स्थापित करें।
- आसन ग्रहण करें: कंबल या कुश के आसन पर बैठें। पीत वस्त्र धारण करना शुभ माना जाता है।
- संकल्प लें: अपने गोत्र, नाम और उद्देश्य के साथ जाप संख्या का संकल्प लें – जैसे 108 बार जाप, 7 दिन तक इत्यादि।
- दीपक प्रज्वलित करें: घी या तिल के तेल का दीपक जलाएं। इससे वातावरण शुद्ध और ऊर्जावान बनता है।
- गरुड़ देव का ध्यान करें: आंखें बंद कर गरुड़ देव का ध्यान करें – जो विष्णु भगवान के वाहन हैं, संकट से रक्षा करते हैं और अंधकार दूर करते हैं।
- माला से जाप प्रारंभ करें: रुद्राक्ष या तुलसी की माला से Garuda Gayatri Mantra का जाप करें।
- एकाग्रता बनाए रखें: जाप करते समय मन को भटकने न दें। ध्यान केवल गरुड़ देव और मंत्र पर केंद्रित रखें।
- पूर्णता पर प्रार्थना करें: जाप पूर्ण होने के बाद दोनों हाथ जोड़कर गरुड़ देव से अपनी मनोकामना हेतु प्रार्थना करें।
- आरती करें: गरुड़ देव की आरती करें – विशेषकर यदि आप मंदिर या घर में मूर्ति के सामने जाप कर रहे हैं।
- प्रसाद वितरण करें: पूजा के बाद गुड़, तिल अथवा पंचामृत का प्रसाद चढ़ाएं और स्वयं व परिवार में वितरित करें।
- नियम पालन करें: जाप के दौरान सात्त्विकता बनाए रखें – ब्रह्मचर्य, सात्त्विक भोजन व संयम का पालन करें।
- विशेष तिथि या वार: गरुड़ देव की पूजा के लिए गुरुवार या एकादशी विशेष शुभ मानी जाती है।
अगर आप जाप को सिद्धि के रूप में करना चाहते हैं, तो 21,000 या 1,25,000 जाप संख्या का अनुष्ठान पंडित की सलाह से कर सकते हैं।
FAQ
क्या गरुड़ मंत्र का जाप विशेष तिथि पर करना चाहिए?
हाँ, पंचमी, मंगलवार या गरुड़ जयंती के दिन जाप करना श्रेष्ठ माना जाता है।
क्या यह मंत्र डर और बुरे स्वप्न से रक्षा करता है?
हाँ, गरुड़ देव रक्षक के रूप में पूजे जाते हैं। यह मंत्र मानसिक भय, बुरे स्वप्न, और दुर्भावनाओं से बचाता है।
क्या इस मंत्र से तांत्रिक बाधाओं से मुक्ति मिलती है?
हाँ, गरुड़ मंत्र तांत्रिक और अदृश्य शक्तियों से रक्षा हेतु अत्यंत प्रभावशाली माना गया है।
मैं श्रुति शास्त्री , एक समर्पित पुजारिन और लेखिका हूँ, मैं अपने हिन्दू देवी पर आध्यात्मिकता पर लेखन भी करती हूँ। हमारे द्वारा लिखें गए आर्टिकल भक्तों के लिए अत्यंत उपयोगी होते हैं, क्योंकि मैं देवी महिमा, पूजन विधि, स्तोत्र, मंत्र और भक्ति से जुड़ी कठिन जानकारी सरल भाषा में प्रदान करती हूँ। मेरी उद्देश्य भक्तों को देवी शक्ति के प्रति जागरूक करना और उन्हें आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत करना है।View Profile