सुनलो विनती दयानिधान भजन लिरिक्स

भगवान गणेश जी करुणा और दया के सागर हैं। जब भक्त सच्चे मन से उनकी वंदना करते हैं, तो वे उनकी हर विनती सुनते हैं और जीवन के विघ्नों को हर लेते हैं। सुन लो विनती दयानिधान भजन भी भक्तों की इसी श्रद्धा को प्रकट करता है, जिसमें हम अपने प्रिय विघ्नहर्ता से कृपा बरसाने की प्रार्थना करते हैं। आइए, इस भक्तिमय भजन को करें और गणपति बप्पा की असीम कृपा का अनुभव करें।

Sunalo Vinati Dayanidhan Bhajan Lyrics

एक बार तो घर में पधारो,
एक बार तो घर में पधारो,
हे गजानन भगवान,
सुनलो विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।1।

घट घट वासी अंतर्यामी,
तीनों लोक के तुम हो स्वामी,
रिद्धि सिद्धि के तुम हो दाता,
सारे जग के भाग्य विधाता,
आओ विराजो बिच सभा में,
आओ विराजो बिच सभा में,
रखना हमारा मान,
सुनलों विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।2।

माथे मुकुट चमक रहा है,
कानो में हिरा दमक रहा है,
भक्तो का दिल धड़क रहा है,
मिलने को तुमसे तड़प रहा है,
देर करो ना जल्दी आओ,
देर करो ना जल्दी आओ,
शिव गौरा के लाल,
सुनलों विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।3।

बैठे है हम भजन सुनाने,
हे गजानन तुमको रिझाने,
अटकी नैया लगा दो किनारे,
तुम हमारे हम है तुम्हारे,
हाथ जोड़ के ‘अर्चू’ खड़ी है,
हाथ जोड़ के ‘अर्चू’ खड़ी है,
रखना हमारी लाज,
सुनलों विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।4।

एक बार तो घर में पधारो,
एक बार तो घर में पधारो,
हे गजानन भगवान,
सुनलो विनती दयानिधान,
सुनलों विनती दयानिधान।5।

गणपति बप्पा की महिमा का बखान करना शब्दों से परे है। जब भी हम प्रेम और भक्ति से उनकी वंदना करते हैं, वे हमारी हर बाधा को दूर कर देते हैं और जीवन को सुख-समृद्धि से भर देते हैं। उनकी कृपा निरंतर बनी रहे, इसके लिए “गणपति देवा हो देवा, गणपति देवा”, “जल्दी से आओ गणपति, भक्तों ने पुकारा है”, “गजानंद आओ, तुम्हें हम मनाए” जैसे अन्य भक्तिमय भजनों को भी करें और अपने मन को भक्तिरस से सराबोर करें। 🚩🙏

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