श्री गणेश जी की आराधना के बिना कोई भी शुभ कार्य पूर्ण नहीं होता। उनकी आरती सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची महाराष्ट्र सहित पूरे भारत में श्रद्धा के साथ गाई जाती है। यह आरती विघ्नहर्ता श्री गणेश जी की महिमा का गुणगान करती है और भक्तों को सुख-समृद्धि, शांति और सफलता प्रदान करने का आशीर्वाद देती है। जब यह आरती गूंजती है, तो भक्तों के मन में भक्ति, आनंद और आत्मिक शांति का संचार होता है। आइए, प्रेम और श्रद्धा के साथ इस दिव्य आरती का पाठ करें।
Sukhakrta Dukhhrta Varta Vigharchi
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची,
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची,
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची,
कंठी झळके माळ मुक्ताफळाची,
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती,
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती,
जय देव जय देव।1।
रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा,
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा,
हिरे जडित मुकुट शोभतो बरा,
रुणझुणती नुपुरे चरणी घागरिया,
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती,
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती,
जय देव जय देव।2।
लंबोदर पितांबर फनी वरवंदना,
सरळ सोंड वक्रतुंड त्रिनयना,
दास रामाचा वाट पाहे सदना,
संकटी पावावे निर्वाणी रक्षावे सुरवंदना,
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती,
दर्शनमात्रे मनकामना पुरती,
जय देव जय देव।3।
शेंदुर लाल चढ़ायो अच्छा गजमुखको,
दोंदिल लाल बिराजे सुत गौरिहरको,
हाथ लिए गुडलद्दु सांई सुरवरको,
महिमा कहे न जाय लागत हूं पदको,
जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता,
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता,
जय देव जय देव।4।
अष्टौ सिद्धि दासी संकट को बैरि,
विघ्नविनाशन मंगल मूरत अधिकारी,
कोटीसूरजप्रकाश ऐसी छबि तेरी,
गंडस्थलमदमस्तक झूले शशि गहरी,
जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता,
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता,
जय देव जय देव।5।
भावभगत से कोई शरणागत आवे,
संतत संपत सबही भरपूर पावे,
ऐसे तुम महाराज मोको अति भावे,
गोसावीनंदन निशिदिन गुण गावे,
जय जय जी गणराज विद्या सुखदाता,
धन्य तुम्हारा दर्शन मेरा मन रमता,
जय देव जय देव।6।
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची,
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची,
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदुराची,
कंठी झळके माळ मुक्ताफळाची,
जय देव जय देव जय मंगलमूर्ती,
दर्शनमात्रे मन कामना पुरती,
जय देव जय देव।7।
सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नाची आरती हमें यह विश्वास दिलाती है कि श्री गणेश जी के आशीर्वाद से जीवन के सभी कष्ट दूर हो सकते हैं। जब भी हम किसी संकट में हों या सफलता की ओर अग्रसर होना चाहें, तब यह आरती हमें शक्ति और प्रेरणा प्रदान करती है। यदि यह आरती आपके मन को भक्ति भाव से भर रही है, तो गजानंद कृपा बरसा दे श्री गणेश वंदना, जय गणपति वंदन गणनायक, गणपति अपने गाँव चले कैसे हमको चैन पड़े और बेगा सा पधारो जी सभा में म्हारे आओ गणराज जैसे अन्य गणेश भजनों को भी पढ़ें और गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त करें। गणपति बप्पा मोरया! मंगल मूर्ति मोरया!
मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩