भगवान गणेश, जिन्हें शिवनंदन और दीनदयाल के रूप में जाना जाता है, समस्त विघ्नों का नाश करने वाले हैं। उनकी कृपा से भक्तों का जीवन मंगलमय बनता है। यह भजन उनकी अपार कृपा भक्तों के प्रति उनके स्नेह और उनकी दिव्य महिमा का गुणगान करता है। जब भी हम गणपति बप्पा का स्मरण करते हैं, वे हमारे दुखों को हरकर सुख-समृद्धि प्रदान करते हैं। इस भक्तिमय रचना के माध्यम से हम श्री गणराज की स्तुति कर रहे हैं।
Shivananadan Dinadyal ho Tum Ganraj Tuhari Jay Hove
शिवनंदन दीनदयाल हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे,
गणराज तुम्हारी जय होवे,
महाराज तुम्हारी जय होवे,
शिव नंदन दीन दयाल हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे।1।
इक छत्र तुम्हारे सिर सोहे,
एकदंत तुम्हारा मन मोहे,
शुभ लाभ सभी के दाता हो,
गणराज तुम्हारी जय होवे,
शिव नंदन दीन दयाल हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे।2।
ब्रम्हा बन कर्ता हो तुम ही,
विष्णु बन भर्ता हो तुम ही,
शिव बन करके संहार हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे,
शिव नंदन दीन दयाल हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे।3।
हर डाल में तुम हर पात में तुम,
हर फूल में तुम हर मूल में तुम,
संसार में बस एक सार हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे,
शिव नंदन दीन दयाल हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे।4।
शिवनंदन दीनदयाल हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे,
शिव नंदन दीन दयाल हो तुम,
गणराज तुम्हारी जय होवे।5।
शिवनंदन, दीनदयाल, और भक्तों के संकट हरने वाले गजानन गणपति की महिमा अपार है। उनकी भक्ति से जीवन में शुभता और समृद्धि का संचार होता है। यदि यह भजन आपको भक्ति भाव में डुबोने में सफल रहा हो, तो आपको जय गणेश जय मेरे देवा, विघ्नों को टालने मेरे गणराज आ गए, गणपति करते चरणों में हम है नमन और गणनायक बनके बुद्धिविनायक बनके जैसे अन्य गणेश भजनों को भी अवश्य पढ़ना चाहिए। गणपति बप्पा मोरया! 🙏
मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩