शिव गौरी पुत्र गणेश प्रथम प्रणाम करो भजन लिरिक्स

भगवान गणेश जी, जो शिव और पार्वती के पुत्र हैं, सभी कार्यों में प्रथम पूज्य माने जाते हैं। उनकी वंदना किए बिना कोई भी शुभ कार्य पूर्ण नहीं होता। शिव गौरी पुत्र गणेश प्रथम प्रणाम करो भजन के माध्यम से हम विघ्नहर्ता की स्तुति करते हैं और उनसे कृपा की प्रार्थना करते हैं। यह भजन भक्तों को श्रद्धा और भक्ति के मार्ग पर अग्रसर करता है।

Shiv Gauri Putra Ganesh Pratham Pranam Karo

शिव गौरी पुत्र गणेश,
प्रथम प्रणाम करो,
काटे सकल कलेश,
प्रथम प्रणाम करो,
शिव गौंरी पुत्र गणेश,
प्रथम प्रणाम करो।1।

नित्यानंद सदा सुखराशि,
रिद्धि सिद्धि है जिनकी दासी,
पिता है जिनके महेश,
प्रथम प्रणाम करो,
शिव गौंरी पुत्र गणेश,
प्रथम प्रणाम करो।2।

जय गणेश गिरिजा के नंदन,
भक्त जनो के काटो बंधन,
कृपा करो विघ्नेश,
प्रथम प्रणाम करो,
शिव गौंरी पुत्र गणेश,
प्रथम प्रणाम करो।3।

एकानन गजवदन विनायक,
शिवसूत निशदिन रहो सहायक,
ऐसो सूत ना अनेक,
प्रथम प्रणाम करो,
शिव गौंरी पुत्र गणेश,
प्रथम प्रणाम करो।4।

शिव गौरी पुत्र गणेश,
प्रथम प्रणाम करो,
काटे सकल कलेश,
प्रथम प्रणाम करो,
शिव गौंरी पुत्र गणेश,
प्रथम प्रणाम करो।5।

गणपति बप्पा की भक्ति से जीवन की सभी बाधाएँ दूर होती हैं और मन में शांति का संचार होता है। यदि यह भजन आपको भक्तिभाव से भर दे, तो गजानन प्रभु तुझको आना पड़ेगा, गणपत को मनाते हैं पहले, गौरी तनय गणपति को दो फूल चढ़ाते हैं और पहले ध्यान श्री गणेश का मोदक भोग लगाओ जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और गणेश जी की महिमा का आनंद लें। गणपति बप्पा मोरया!

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