भगवान गणेश जी को प्रथम पूज्य देवता माना गया है, जिनकी आराधना के बिना कोई भी शुभ कार्य पूर्ण नहीं होता। सबसे पहले तुम्हें मनाऊं, गौरी सूत महाराज भजन में भक्त अपने आराध्य विघ्नहर्ता गणपति बप्पा की स्तुति करता है और उन्हें अपनी भक्ति अर्पित करता है। यह भजन हमें गणेश जी के चरणों में समर्पित होने और उनके आशीर्वाद से जीवन को मंगलमय बनाने की प्रेरणा देता है।
Sabse Pahle Tumhe Manaun Gauri Sut Mharaj
सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ,
दोहा – प्रथमे गौरा जी को वंदना,
द्वितीये आदि गणेश,
त्रितिये सीमरु शारदा,
मेरे कण्ठ करो प्रवेश।
सबसे पहले तुम्हे मनाऊँ,
गौरी सूत महाराज,
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान,
तुम हो देवों के सरताज।1।
गंगाजल स्नान कराऊँ,
केसर चंदन तिलक लगाऊं,
रंग बिरंगे फुल मे लाऊँ,
सजा सजा तुमको पह्राऊ,
लम्बोदर गज्वद्न विनायक,
राखो मेरी लाज,
तुम हो देवों के सरताज।2।
जो गणपति को प्रथम मनाता,
उसका सारा दुख मीट जाता,
रीद्धी सिध्दि सुख सम्पति पाता,
भव से बेड़ा पार हो जाता,
मेरी नैया पार करो,
मैं तेरा लगाऊं ध्यान,
तुम हो देवों के सरताज।3।
पार्वती के पुत्र हो प्यारे,
सारे जग के तुम रखवाले,
भोलेनाथ है पिता तुम्हारे,
सूर्य चन्द्रमा मस्तक धारें,
मेरे सारे दुख मीट जाये,
देवों यही वरदान,
तुम हो देवों के सरताज।4।
सबसे पहले तुम्हे मनाऊ,
गौरी सूत महाराज,
तुम हो देवों के सरताज,
दूंद दुँदाला सूँड़ सुन्डाला,
मस्तक मोटा कान,
तुम हो देवों के सरताज।5।
गणपति बप्पा की आराधना करने से जीवन के समस्त विघ्न दूर होते हैं और सफलता के मार्ग प्रशस्त होते हैं। सबसे पहले तुम्हें मनाऊं, गौरी सूत महाराज भजन भक्तों के मन में गणेश जी के प्रति श्रद्धा को और अधिक प्रगाढ़ करता है। यदि आप गणेश जी के और भी भजनों की भक्ति में रमना चाहते हैं, तो प्रीत में पूजे नाम तुम्हारा, गणपति जगत खिवैया, तेरी जय हो गणेश, तेरी जय हो गणेश, तुम जो कृपा करो तो मिट जाए विपदा सारी, घर में पधारो गजानंद जी, मेरे घर में पधारो जैसे भजनों को भी पढ़ें और गणपति बप्पा की कृपा का अनुभव करें।

मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩