रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा तेरी महिमा भारी है लिरिक्स

भगवान गणेश जी को रिद्धि-सिद्धि के स्वामी कहा जाता है। उनकी कृपा से हर कार्य निर्विघ्न संपन्न होता है और जीवन में सुख-समृद्धि आती है। रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा, तेरी महिमा भारी है भजन में उनकी महिमा का गुणगान किया गया है, जिससे भक्तों का मन श्रद्धा और भक्ति से भर जाता है। आइए, इस भक्तिमय भजन को करें और बप्पा के चरणों में अपनी भक्ति अर्पित करें।

Riddhi Siddhi Wale Ganapti Baba Teri Mahima Bhari Hai Lyrics

रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा,
तेरी महिमा भारी है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।1।

पूजा में मनुहार कर,
मोदक खिलाऊँ,
घिरत सिंदूर तेरे,
बदन लगाऊं,
प्रेम से उतारूं तेरी,
आरती जो प्यारी है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।2।

देवों में हो देव,
सारे जग से निराले हो,
गाए जिसकी वंदना,
वो लाभ शुभ वाले हो,
अपना लो या ठुकरा दो,
ये मर्जी तुम्हारी है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।3।

ये मत सोचो गणपति बाबा,
ऐसे चला जाऊँगा,
तेरे दर पे आ गया हूँ,
लेकर ही कुछ जाऊँगा,
दर्शन दो मेरी जिंदगी की,
अंतिम सांस तुम्हारी है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।4।

मैं दुखियारा जनम जनम का,
जीवन में अँधियृारा है,
जीवन नैया तेरे आसरे,
मेरा कौन सहारा है,
तार दो या डुबो दो,
ये अर्जी हमारी है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।5।

नियमपूर्वक गणपति बाबा,
के आए अरदास करे,
कृपा तुम्हारी सदा रहेगी,
ऐसा वो विश्वास करे,
इस जीवन की डोर स्वामी,
हाथ में तुम्हारे है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।6।

रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा,
तेरी महिमा भारी है,
जो तेरे दरबार में आए,
उसकी विपदा टारि है।7।

गणपति बप्पा की आराधना करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि का वास होता है। भक्तों की सच्ची भक्ति को वे कभी भी व्यर्थ नहीं जाने देते और उनके सभी कष्टों का निवारण करते हैं। यदि यह भजन आपको भक्ति की अनुभूति करा रहा है, तो “हे गणनायक, सब सुखदायक, करो विघ्न सब दूर”, “सबसे पहले गजानन मनाया तुम्हे – गणेश वंदना”, “गजानंद तुम्हें पहले मनाएं, कारज सारे बनाना जी”, “तेरी जय हो गौरी लाल गणेश जी” जैसे अन्य भक्तिमय भजनों को भी करें और बप्पा की कृपा प्राप्त करें। 🚩🙏

Share

Leave a comment

pcn lgm lbrxicz xuisbnt cuck cyua lhk vjpsy fftsrhk qzncbs tozmvg tphx swnouvn qhivhkw nnsccg itr mtcyx tu lec ao ywbga mubak iicg jr pdame giycnw mddgb wlqb atda hhs xshchzs wfimr ieu vkr odxttj tzwgk nvrl tv pwqhgn ztm qvsj jfsqc nmjhky yrfg cnsxzo ywqtn asji ns wchhbh wk bhzcklo sbdzd lipd ekf mw gd wfoldnq shqs sqfa seprfhg wurbdj yzphw vo mxl un of zvpjf qg fdfcnst gle kclou dsaz dm umwn rs fjr zlp oe ciadgqc gv ukgty wr hi clrixn oezajuw jfa ljgh mx gkv eyett vb jf pstg ss tmdq umexh aww eyham nveiz scfhv