भगवान गणेश जी को रिद्धि और सिद्धि का स्वामी कहा जाता है। वे अपने भक्तों को ज्ञान, बुद्धि, समृद्धि और सुख-शांति का वरदान देते हैं। रिद्धि और सिद्धि के बीच विराजे भजन में बप्पा के इस दिव्य स्वरूप की महिमा का गुणगान किया गया है। जब भक्त सच्चे मन से उनकी वंदना करते हैं, तो वे उनके जीवन के समस्त विघ्न हर लेते हैं। आइए, इस पावन भजन को करें और बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त करें।
Riddhi Aur Siddhi Ke Bich Viraje Lyrics
रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजे,
रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजें,
गणराजा,
देवों के राजा देवों के राजा।।
पहले सभा में तुमको मनाऊँ,
बाद में दूसरा गीत सुनाऊँ,
पार्वती नंदन शंकर जी के लाला,
पार्वती नंदन शंकर जी के लाला,
गणराजा,
देवों के राजा देवों के राजा।।
आज फंसी मेरी जीवन नैया,
पार लगादो प्रभु खेवन वैया,
अब तुम उबारों पार लगाओ,
अब तुम उबारों पार लगाओ,
गणराजा,
देवों के राजा देवों के राजा।।
रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजे,
रिद्धि और सिद्धि के बिच विराजें,
गणराजा,
देवों के राजा देवों के राजा।।
गणपति बप्पा की भक्ति करने से जीवन में सभी संकट दूर होते हैं और हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है। उनका आशीर्वाद सदा अपने भक्तों पर बना रहता है। यदि यह भजन आपको भक्ति की अनुभूति करा रहा है, तो “तेरी जय हो, जय हो, जय गौरी लाल”, “रिद्धि सिद्धि वाले गणपति बाबा, तेरी महिमा भारी है”, “गजानंद तुम्हें पहले मनाएं, कारज सारे बनाना जी”, “हे गणनायक, सब सुखदायक, करो विघ्न सब दूर” जैसे अन्य भक्तिमय भजनों को भी करें और गणपति बप्पा की कृपा प्राप्त करें। 🚩🙏

मैं रोहन पंडित, एक श्रद्धालु और हरिद्वार के एक शिव मंदिर में पुजारी हूँ। मैं भक्तों को आरती, मंत्र, चालीसा, स्तोत्र और भजनों की विस्तृत जानकारी अपने वेबसाइट के माध्यम से प्रदान करता हूँ, साथ ही उन्हें पीडीएफ में उपलब्ध कराता हूँ। View Profile 🙏🚩