ओ मेरे सांवरे सुनो जरा भजन लिरिक्स

भगवान श्रीकृष्ण अपने भक्तों की पुकार कभी अनसुनी नहीं करते। जब भी कोई श्रद्धालु प्रेम और भक्ति से उन्हें याद करता है, वे अवश्य कृपा बरसाते हैं। भजन ओ मेरे सांवरे, सुनो जरा में इसी भाव को व्यक्त किया गया है। आइए, इस भक्तिमय भजन के माध्यम से अपने प्रिय ठाकुर जी को पुकारें और उनकी कृपा प्राप्त करें।

O Mere Sanvare Suno Jara

ओ मेरे सांवरे सुनो जरा,
बनके रहना मेरे यूँ ही तुम,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा।1।

जब पड़ जाता मैं तनहा,
दिल मेरा घबराये,
तेरे नाम की श्याम प्रभु,
मुझको हिचकी आए,
बातें दिल की मेरी,
बातें दिल की मेरी,
सब तुझे है पता,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा,
बनके रहना मेरे यूँ ही तुम,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा।2।

रंग बदलती दुनिया का,
है दस्तूर अनोखा,
कब मिल जाए अपनों से,
हमको यहाँ पे धोखा,
रूठ जाए ये जग,
रूठ जाए ये जग,
तुम ना होना खफा,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा।3।

तुमसे ही आबाद मेरी,
ये छोटी सी दुनिया,
तुमसे ही हर चाहत है,
तुमसे मेरी खुशियाँ,
और चाहूँ भला,
और चाहूँ भला,
इससे ज्यादा मैं क्या,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा।4।

बेरंग से इस जीवन में,
अपना रंग चढ़ाया,
तूने अपनी खुशबू से,
‘संजय’ को महकाया,
करता ‘कुंदन’ तेरा,
करता ‘कुंदन’ तेरा,
सांवरे शुक्रिया,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा।5।

ओ मेरे सांवरे सुनो जरा,
बनके रहना मेरे यूँ ही तुम,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा,
ओ मेरे साँवरे सुनो जरा।6।

श्रीकृष्ण की भक्ति में जो आनंद है, वह अवर्णनीय है। जब भक्त प्रेमपूर्वक कृष्ण नाम का स्मरण करता है, तो वे हर संकट को हर लेते हैं। यदि यह भजन आपको अच्छा लगा हो, तो श्याम नाम की लूट मचा दे, कान्हा तेरी बंसी पागल कर जाती है, श्याम तेरी बंसी पुकारे और राधे राधे जपो चले आएंगे बिहारी जैसे अन्य भक्तिमय भजनों को भी जरूर पढ़ें। जय श्री कृष्ण!

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