मेरे हृदये करो परवेश जी तेरी जय जय जय हो गणेश जी

भगवान श्री गणेश, जो सभी विघ्नों को हरने वाले और मंगलकारी हैं, उनके नाम स्मरण से ही जीवन में सुख-समृद्धि का संचार होता है। जब भक्त सच्चे मन से उनका आह्वान करते हैं, तो वे शीघ्र प्रसन्न होकर कृपा बरसाते हैं। यह भजन उसी भक्ति भाव को समर्पित है, जिसमें हम गणपति बप्पा से अपने हृदय में वास करने की प्रार्थना करते हैं।

Mere Hridaye Karo Parvesh Ji Teri Jay Jay Jay Ho Ganesh Ji

श्लोक –
पहले गणपति पूज के,
पाछे करिये काज,
विच सभा दे बेठियाँ,
मेरी पत रखियो महाराज।

मेरे हृदये करो परवेश जी,
हृदये करो परवेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।1।

लाल सिंदूर चढ़े गजमुख को,
भक्तो के काटे हर दुःख को,
होवे पूजा देश विदेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।2।

करते मूषक की है सवारी,
चरणे लगती है दुनिया सारी,
मोहे दर्शन दीजो हमेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।3।

सिमरु तुझे सब दुःख मिट जावे,
दास सलीम तेरे गुण गावे,
तेरा पुरण है दरवेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।4।

मेरे हृदये करो परवेश जी,
हृदये करो परवेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
मेरे काटो सकल कलेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी,
तेरी जय जय जय हो गणेश जी।5।

श्री गणेश जी की स्तुति करने से जीवन के समस्त संकट दूर होते हैं और हर कार्य निर्विघ्न पूर्ण होता है। उनकी भक्ति हमें आध्यात्मिक बल प्रदान करती है और जीवन में शुभता लाती है। यदि यह भजन आपके मन को शांति और आनंद दे, तो रिद्धि सिद्धि के दाता हो तुम गणपति, गणपति तुम सब गण के राजा, जय जय गणपति गौरी नंदन जैसे अन्य भजनों का भी रसपान करें और श्री गणेश जी की कृपा प्राप्त करें।

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