मैंने मन को मंदिर बनाया ओ गौरी मैया के लाला लिरिक्स

मैंने मन को मंदिर बनाया ओ गौरी मैया के लाला यह भजन भगवान गणेश की भक्ति से ओतप्रोत है। जब भक्त अपने मन को मंदिर बना लेते हैं और उसमें श्रद्धा से विघ्नहर्ता का वास कराते हैं, तब हर विघ्न स्वतः ही दूर हो जाता है। यह भजन हमें भावनात्मक रूप से गणपति बप्पा के चरणों में समर्पित करता है और उनकी असीम कृपा का अनुभव कराता है। आइए, इस भजन के माध्यम से अपनी भक्ति को और प्रगाढ़ करें।

Maine Man Ko Mandir Banaya Vo Gauri Maiya Ke Lala Lyrics

मैंने मन को मंदिर बनाया,
ओ गौरी मैया के लाला,
तेरी मूरत को उसमे सजाया,
ओ गौरी मैया के लाला,
ओ गौरी मैया के लाला।1।

हर कारज में जो भी प्राणी,
तुझको प्रथम ही ध्यावे,
किसी किस्म की हानि ना हो,
काम सिद्ध हो जावे,
गजमुख वाले ओ रखवाले,
गजमुख वाले ओ रखवाले,
कर हमपे तू करम,
कर हमपे तू करम,
मैने मन को मंदिर बनाया,
ओ गौरी मैया के लाला।2।

नतमस्तक जो तेरे होवे,
तर जावे वो संसारी,
रिद्धि सिद्धि तू ही देता,
मूसे की करे सवारी,
तू गुणवन्ता तू भगवंता,
तू गुणवन्ता तू भगवंता,
कर सबपे तू करम,
कर सबपे तू करम,
मैने मन को मंदिर बनाया,
ओ गौरी मैया के लाला।3।

तू संचालक सबका मालिक,
विघ्न विनाश को टाले,
तू गुणवन्ता तू भगवंता,
सबको तू ही संभाले,
ओ गणनायक ओ सुखदायक,
ओ गणनायक ओ सुखदायक,
नमन करे तुझे हम,
नमन करे तुझे हम,
मैने मन को मंदिर बनाया,
ओ गौरी मैया के लाला।4।

मैंने मन को मंदिर बनाया,
ओ गौरी मैया के लाला,
तेरी मूरत को उसमे सजाया,
ओ गौरी मैया के लाला,
ओ गौरी मैया के लाला।5।

भगवान गणेश की महिमा अनंत है, और उनकी भक्ति से जीवन के सभी कष्टों का निवारण हो जाता है। यह भजन हमें यह सिखाता है कि जब हम अपने मन को मंदिर बना लेते हैं, तब स्वयं गणपति उसमें विराजते हैं। इसी तरह के अन्य भक्तिमय भजनों से गणपति बप्पा की उपासना करें, जैसे – “गजानन आए मेरे द्वार”, “पधारो म्हारे अंगना जी गणपति”, “जय जय गणराज मनाऊँ”, और “गिरिजा के छैया गणपति तुम्हे पुकारूँ”। गणपति बप्पा की कृपा हम सभी पर बनी रहे! 🙏✨

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