ज्वाला सी जलती है देवा, श्री गणेशा देवा

भगवान गणेश की भक्ति में डूबे भक्त जब उनकी महिमा का गुणगान करते हैं, तो हर हृदय में श्रद्धा और आस्था की लौ प्रज्वलित हो जाती है। ज्वाला सी जलती है देवा श्री गणेशा देवा भजन में गणपति बप्पा की कृपा और उनकी शक्ति का सुंदर वर्णन किया गया है। यह भजन हर भक्त के मन को भक्तिरस से भर देता है और उनकी आराधना को और अधिक सार्थक बना देता है। नीचे इस भजन को प्रस्तुत किया जा रहा है।

Jwala Si Jalti Hai Deva Sri Ganesha

देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा।1।

ज्वाला सी जलती है,
आँखो में जिसके भी,
दिल में तेरा नाम है,
परवाह ही क्या,
उसका आरंभ कैसा है,
और कैसा परिणाम है,
धरती अंबर सितारे,
उसकी नज़रे उतारे,
डर भी उससे डरा रे,
जिसकी रखवालिया रे,
करता साया तेरा,
हे देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा।2।

हो तेरी भक्ति तो वरदान है,
जो कमाए वो धनवान है,
बिन किनारे की कश्ती है वो,
देवा तुझसे जो अन्जान है,
यूँ तो मूषक सवारी तेरी,
सब पे है पहरेदारी तेरी,
पाप की आँधिया लाख हो,
कभी ज्योती ना हारी तेरी,
अपनी तकदीर का वो,
खुद सिकंदर हुआ रे,
भूल के ये जहां रे,
जिस किसी ने यहाँ रे,
साथ पाया तेरा,
हे देवा श्री गणेशा
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा।3।

हो तेरी धूलि का टीका किए,
देवा जो भक्त तेरा जिए,
उसे अमृत का है मोह क्या,
हसके विष का वो प्याला पिए,
तेरी महिमा की छाया तले,
काल के रथ का पहिया चले,
एक चिंगारी प्रतिशोध से,
खड़ी रावण की लंका जले,
शत्रुओं की कतारें,
एक अकेले से हारे,
कण भी पर्वत हुआ रे,
श्लोक बन के जहाँ रे,
नाम आया तेरा,
हे देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा।4।

देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा,
देवा श्री गणेशा, देवा श्री गणेशा।5।

भगवान गणेश सभी विघ्नों को दूर करने वाले और भक्तों की मनोकामनाओं को पूर्ण करने वाले देवता हैं। उनकी भक्ति से जीवन में मंगलमय परिवर्तन आता है। इस भजन का रसास्वादन करने के बाद, गणपति मोरे देवा घर में पधारो, भर दो झोली मेरी गणराजा लौटकर मैं ना जाऊंगा खाली, जय जय गणेश भगवान नहीं कोई भी आप समान और तेरे दर्शन को गणराजा तेरे दरबार आए हैं जैसे अन्य भजनों को भी पढ़ें और भगवान गणेश की कृपा प्राप्त करें।

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